Sun, 26 Oct 2025 19:55:42 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA
वाराणसी: सारनाथ थाना क्षेत्र के पहाड़िया स्थित श्रीकृष्णा नगर कालोनी में नेटवर्क मार्केटिंग और टेलीकॉलिंग जॉब देने के नाम पर बेरोजगार युवाओं को ठगने वाले गिरोह पर पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। डीसीपी वरुणा जोन प्रमोद कुमार के नेतृत्व में रविवार को टीम ने छापेमारी कर अवैध रूप से चल रहे ऑपरेशन का भंडाफोड़ किया। पुलिस ने मौके से कई अहम दस्तावेज, कंप्यूटर और अन्य सामान जब्त करते हुए कंपनी मैनेजर, मकान मालिक तारकेश्वर मिश्रा सहित कुल तीन लोगों को हिरासत में लिया है। वहीं, घटनास्थल पर मौजूद 30 से 40 युवाओं से भी विस्तृत पूछताछ की जा रही है।
इस कार्रवाई का सूत्रपात तब हुआ जब प्रतिबिंब पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई गई कि पहाड़िया क्षेत्र में बेरोजगारी का फायदा उठाकर युवाओं से आर्थिक ठगी की जा रही है। लोकेशन ट्रैक होने के बाद पुलिस टीम मौके पर पहुंची और पाया कि ‘आरआरएमवी रेगुलरवेयर प्राइवेट कंपनी’ के नाम पर कथित नेटवर्क मार्केटिंग कंपनी चलाई जा रही थी, जिसके नाम पर युवाओं को टेलीकॉलिंग जॉब का झांसा दिया जाता था।
यूं चल रहा था फर्जीवाड़ा: बेरोजगारों का डेटा, नकली ट्रेनिंग और फिर वसूली का खेल
एसीपी सारनाथ विदुष सक्सेना ने बताया कि कंपनी के सदस्य ऑनलाइन जॉब पोर्टल से युवाओं का डेटा निकालते थे और उन्हें टेलीकॉलिंग जॉब का लालच देते थे। इंटरव्यू के बहाने बुलाए जाने पर युवाओं को शुरुआत में भरोसे में लिया जाता, फिर 2,850 रुपये की फीस लेकर पीजी में ठहराया जाता और तीन दिन की दिखावटी ट्रेनिंग कराई जाती।
ट्रेनिंग के बाद युवाओं को 10,000 से 50,000 रुपये तक के "किट" बेच दिए जाते, जिसमें पेंट, शर्ट और बेल्ट जैसे सामान्य सामान होते। कंपनी यह दावा करती कि इन किट को बेचकर और नए लोगों को जोड़कर वे मोटा कमीशन कमा सकते हैं। इसी नेटवर्किंग मॉडल के नाम पर युवाओं से इंसेंटिव, प्रोसेसिंग और अन्य शुल्कों के रूप में लगातार वसूली की जाती थी।
कंप्यूटर, दस्तावेज और इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस जब्त
छापेमारी के दौरान पुलिस ने कार्यालय से कई इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस, रजिस्टर, कागजात और संभावित ठगी से जुड़े दस्तावेज अपने कब्जे में लिए। पुलिस अधिकारी ने स्पष्ट किया कि दस्तावेजों की जांच जारी है और यदि वित्तीय लेन-देन का बड़ा नेटवर्क सामने आता है तो और गिरफ्तारी की संभावनाएं खुली हैं।
पुलिस का बयान: दोषियों पर होगी सख्त कार्रवाई
डीसीपी प्रमोद कुमार ने कहा कि इस मामले में युवाओं की मेहनत और बेरोजगारी का फायदा उठाया गया, जो गंभीर अपराध की श्रेणी में आता है। पूरे गैंग की तहकीकात की जा रही है और दोषियों के खिलाफ सख्त धाराओं में कार्रवाई की जाएगी।