Sat, 02 Aug 2025 20:21:53 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA
खेल जगत: भारतीय टेस्ट क्रिकेट टीम की कप्तानी संभालने के बाद शुभमन गिल ने जिस आत्मविश्वास और निरंतरता के साथ इंग्लैंड के खिलाफ मौजूदा सीरीज में प्रदर्शन किया है, उसने भारतीय क्रिकेट के भविष्य की दिशा स्पष्ट कर दी है। रोहित शर्मा के टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद नेतृत्व का जो भार गिल के कंधों पर आया, उसे उन्होंने न केवल बखूबी निभाया, बल्कि अपने खेल से यह भी साबित कर दिया कि चयनकर्ताओं का उन पर भरोसा गलत नहीं था। भारत और इंग्लैंड के बीच पांचवां टेस्ट फिलहाल जारी है, जिसमें गिल दूसरी पारी में 11 और पहली पारी में 21 रन बनाकर आउट हुए। बावजूद इसके, उनका समूचा दौरा रिकॉर्ड्स और उपलब्धियों से भरा रहा है, जिसने उन्हें भारतीय क्रिकेट के सबसे भरोसेमंद युवा कप्तानों की श्रेणी में ला खड़ा किया है।
इस सीरीज में गिल भारत की ओर से सबसे अधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज साबित हुए हैं। उन्होंने 10 पारियों में 75.4 की औसत से कुल 754 रन बनाए, जिसमें चार शानदार शतक और एक दोहरा शतक भी शामिल है। इस प्रदर्शन के साथ वह एक टेस्ट सीरीज में कप्तान के रूप में सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाजों में दूसरे स्थान पर पहुंच गए हैं। उन्होंने इंग्लैंड के पूर्व कप्तान ग्राहम गूच का रिकॉर्ड तोड़ते हुए नया कीर्तिमान स्थापित किया है। गूच ने 1990 में भारत के खिलाफ कप्तानी करते हुए 752 रन बनाए थे, जबकि गिल ने उसे पीछे छोड़ते हुए 754 रन का आंकड़ा पार कर लिया। इस सूची में सर्वोच्च स्थान पर ऑस्ट्रेलिया के महान बल्लेबाज सर डॉन ब्रैडमैन हैं, जिन्होंने 1936-37 की एशेज सीरीज में 810 रन बनाए थे।
गिल का यह प्रदर्शन न केवल भारतीय टेस्ट इतिहास में बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी कई मानकों को पीछे छोड़ता दिखाई दे रहा है। इंग्लैंड दौरे पर इतने रन बनाने वाले वह दूसरे भारतीय बल्लेबाज बन चुके हैं। उनसे ऊपर केवल सुनील गावस्कर का नाम आता है, जिन्होंने 1971 में वेस्टइंडीज के दौरे पर 774 रन बनाए थे। गिल के 754 रन इस सूची में उन्हें दूसरा स्थान दिलाते हैं। वहीं, तीसरे स्थान पर एक बार फिर गावस्कर ही हैं, जिन्होंने घरेलू मैदान पर वेस्टइंडीज के खिलाफ 732 रन बनाए थे। इसके बाद यशस्वी जायसवाल आते हैं, जिन्होंने 2024 में इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू सीरीज में 712 रन बनाए थे। पांचवें स्थान पर विराट कोहली हैं, जिन्होंने 2014-15 में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर 692 रन बनाए थे।
गिल का यह सफर केवल भारतीय बल्लेबाजों की सूची में ही नहीं, विदेशी कप्तानों की तुलना में भी विशेष स्थान रखता है। वह अब इंग्लैंड में एक टेस्ट सीरीज में सर्वाधिक रन बनाने वाले विदेशी कप्तान बन चुके हैं। इस मामले में उन्होंने वेस्टइंडीज के महान ऑलराउंडर गैरी सोबर्स को पीछे छोड़ दिया, जिन्होंने 1966 में इंग्लैंड दौरे पर 722 रन बनाए थे। गिल का नाम अब दक्षिण अफ्रीका के ग्रीम स्मिथ से भी ऊपर दर्ज हो गया है, जिन्होंने 2003 में इंग्लैंड में 714 रन बनाए थे।
शुभमन गिल का यह प्रदर्शन सिर्फ आंकड़ों तक सीमित नहीं है, बल्कि उनकी कप्तानी में भारतीय टीम ने इंग्लैंड जैसी मजबूत टीम के खिलाफ न केवल मुकाबला किया, बल्कि कई मौकों पर उन्हें बैकफुट पर भी धकेला। युवा खिलाड़ियों के साथ संतुलित तालमेल और बदलते हालात में धैर्यपूर्ण फैसलों ने उन्हें एक परिपक्व कप्तान के रूप में स्थापित किया है। बेशक यह कहना अतिशयोक्ति नहीं होगा कि गिल के नेतृत्व में भारतीय टेस्ट क्रिकेट एक नई दिशा की ओर अग्रसर है, जहां तकनीक, ठहराव और आत्मविश्वास का त्रिवेणी संगम भविष्य की एक उज्ज्वल तस्वीर रच रहा है।