Fri, 07 Nov 2025 10:23:22 - By : Shriti Chatterjee
वाराणसी के मंडुवाडीह थाना क्षेत्र की मड़ौली पुलिस चौकी में गुरुवार को बड़ा हंगामा देखने को मिला जब मिर्जापुर में तैनात दरोगा मिथलेश सिंह और उनके परिवार ने चौकी प्रभारी देवेंद्र दुबे पर लाठी-डंडे से हमला कर दिया। बताया गया कि चौकी प्रभारी पर हमला इतना अचानक हुआ कि मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों को अपनी जान बचाने के लिए चौकी का गेट बंद करना पड़ा। हमले में चौकी प्रभारी समेत कई पुलिसकर्मी घायल हो गए।
घटना उस समय हुई जब मड़ौली निवासी धर्मेंद्र कुमार सिंह का मकान निर्माण विवाद पुलिस चौकी तक पहुंचा। कोलकाता के बड़ी बाजार निवासी धर्मेंद्र ने साल 2010 में दरोगा मिथलेश सिंह के बगल में जमीन खरीदी थी। इस जमीन पर वह कुछ समय पहले मकान निर्माण करा रहे थे, लेकिन वाराणसी विकास प्राधिकरण यानी VDA ने मानकों के विपरीत निर्माण होने के कारण मकान को सील कर दिया था। बाद में धर्मेंद्र ने जुर्माना जमा कर सील हटवा ली और निर्माण कार्य दोबारा शुरू करा दिया।
दरोगा मिथलेश सिंह ने इस निर्माण का विरोध किया और मामले की शिकायत पुलिस को दी। जांच के दौरान चौकी प्रभारी देवेंद्र दुबे मौके पर पहुंचे, जहां धर्मेंद्र सिंह ने सभी दस्तावेज दिखाकर बताया कि उन्होंने जुर्माना भर दिया है और निर्माण की अनुमति मिल चुकी है। इसके बाद पुलिस ने मामले को शांत करने की कोशिश की, लेकिन मिथलेश सिंह इस बात से नाराज हो गए कि चौकी प्रभारी ने धर्मेंद्र का पक्ष लिया।
गुस्से में मिथलेश सिंह अपने बेटे आशुतोष, आनंद, बेटी अन्नु सिंह, पत्नी किरन सिंह और अन्य परिवारजनों के साथ लाठी-डंडे लेकर चौकी पर पहुंच गए। आरोप है कि उन्होंने चौकी प्रभारी पर हमला कर दिया और बचाव में आए पुलिसकर्मियों पर भी लाठियां भांज दीं। इस हमले में चौकी प्रभारी समेत दो से तीन पुलिसकर्मी घायल हो गए, जबकि धर्मेंद्र सिंह के भतीजे आर्यन और उनके ड्राइवर कृष्णा को भी चोटें आईं।
कांस्टेबल दीपक कुमार की तहरीर पर पुलिस ने बलवा, सरकारी कार्य में बाधा और अन्य धाराओं में मिथलेश सिंह समेत पांच लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। इसके साथ ही धर्मेंद्र सिंह के परिवार की ओर से भी मिथलेश और उनके परिजनों के खिलाफ अलग से मुकदमा दर्ज कराया गया है। फिलहाल पुलिस ने पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है और कहा है कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।