Fri, 08 Aug 2025 22:33:56 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA
वाराणसी: ग्रामीण इलाकों में शुक्रवार को दो अलग-अलग घटनाओं में करंट की चपेट में आने से दो लोगों की मौत हो गई, जिससे दोनों क्षेत्रों में शोक का माहौल है। पहली घटना चोलापुर थाना क्षेत्र के ग्राम सभा बबियांव की है, जहां दोपहर करीब दो बजे 19 वर्षीय छात्र नितिन सिंह की मौत हो गई। नितिन, जो विनय कुमार सिंह के छोटे बेटे थे, खेत में कृषि कार्य के लिए गया था। बारिश के कारण रास्ता फिसलन भरा था और इसी दौरान वह फिसल कर गिर पड़ा। संतुलन संभालने के प्रयास में उसने पास में लगे एक बांस का सहारा लिया, लेकिन दुर्भाग्य से यह बांस ऊपर से गुजर रही 11 हजार वोल्ट की बिजली लाइन से सटा हुआ था। तेज करंट लगते ही नितिन बुरी तरह झुलस गया। परिजन और ग्रामीण उसे तत्काल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चोलापुर लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। नितिन परिवार में दो भाइयों में छोटे थे और उनकी असमय मौत ने पूरे गांव को शोक में डुबो दिया।
दूसरी घटना चौबेपुर थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत रुस्तमपुर में शाम करीब चार बजे हुई। यहां 56 वर्षीय प्रेमचंद पटेल की पंखे में उतरे करंट की चपेट में आने से जान चली गई। प्रेमचंद गांव में एक निमंत्रण में जाने की तैयारी कर रहे थे। कपड़े बदलने के लिए जब वह बरामदे में पहुंचे तो वहां चल रहे फर्राटा पंखे को बंद करने लगे। पंखा छूते ही करंट का जोरदार झटका लगा और वह मौके पर गिर पड़े। शोर सुनकर परिजन दौड़े और तुरंत पंखे का स्विच बंद कर उन्हें नजदीकी निजी अस्पताल ले गए। हालत गंभीर होने पर डॉक्टरों ने पंडित दीनदयाल अस्पताल रेफर किया, लेकिन वहां पहुंचने पर उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। फूल का व्यवसाय करने वाले प्रेमचंद अपने पीछे पत्नी, एक पुत्र और तीन पुत्रियों सहित भरा-पूरा परिवार छोड़ गए। अचानक हुई इस घटना ने परिवार और गांव में गहरा सदमा पहुंचाया। परिजनों ने पुलिस को सूचना दिए बिना ही शव का अंतिम संस्कार कर दिया।
दोनों हादसों ने न केवल परिवारों को गहरे दुख में डाल दिया है, बल्कि गांव के लोगों को भी बिजली से जुड़े खतरों और सावधानी बरतने की जरूरत का अहसास कराया है। ग्रामीणों का कहना है कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए बिजली लाइनों के रखरखाव और समय-समय पर सुरक्षा जांच जरूरी है, ताकि भविष्य में इस तरह की त्रासदी से बचा जा सके।