Mon, 10 Nov 2025 13:34:02 - By : Shriti Chatterjee
गोरखपुर में सोमवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घोषणा की कि उत्तर प्रदेश के सभी स्कूलों और शिक्षण संस्थानों में अब वंदे मातरम का गायन अनिवार्य रूप से किया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह कदम विद्यार्थियों और नागरिकों में राष्ट्रप्रेम, अनुशासन और भारत माता के प्रति श्रद्धा की भावना को और गहराई देगा। यह घोषणा उन्होंने गोरखपुर में आयोजित एकता पदयात्रा और वंदे मातरम सामूहिक गायन कार्यक्रम के दौरान की।
सीएम योगी ने अपने संबोधन में कहा कि राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम केवल एक गीत नहीं है, बल्कि यह देश की आत्मा और स्वतंत्रता संघर्ष की प्रेरणा है। उन्होंने कहा कि राज्य के हर स्कूल, कॉलेज और शिक्षण संस्थान में इसका गायन अब नियमित रूप से किया जाएगा ताकि नई पीढ़ी अपने देश के इतिहास, संस्कृति और एकता के महत्व को समझ सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि जब बच्चे प्रतिदिन वंदे मातरम गाएंगे, तो उनके भीतर मातृभूमि के प्रति गौरव और जिम्मेदारी की भावना स्वाभाविक रूप से जागृत होगी।
इस दौरान मुख्यमंत्री ने समाज को बांटने की कोशिश करने वाले तत्वों पर भी तीखा प्रहार किया। उन्होंने कहा कि जाति, क्षेत्र और भाषा के नाम पर विभाजन फैलाने वालों की पहचान करना हम सभी का कर्तव्य है। उन्होंने चेतावनी दी कि देश को तोड़ने की मानसिकता रखने वालों के खिलाफ सख्ती से निपटना होगा। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि नए जिन्ना पैदा करने की कोशिशें देश के लिए खतरा हैं और ऐसे इरादों को जड़ पकड़ने से पहले ही समाप्त कर देना चाहिए।
कार्यक्रम में सीएम ने कहा कि 30 अक्तूबर को पूरे देश में रन फॉर यूनिटी के रूप में राष्ट्रीय एकता दौड़ आयोजित की गई थी, जिससे वल्लभभाई पटेल के योगदान को याद किया गया। उन्होंने कहा कि देश में राष्ट्रीय एकता की भावना को मजबूत करने के लिए भाजपा और सरकार दोनों स्तरों पर कई कार्यक्रम चल रहे हैं। इनमें स्वदेशी आंदोलन, आत्मनिर्भर भारत अभियान और राष्ट्रहित से जुड़े सामाजिक कार्य शामिल हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत की शक्ति उसकी विविधता में निहित है और यही विविधता हमारी सबसे बड़ी ताकत है। उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि वे एकता और अखंडता की भावना को बनाए रखें, क्योंकि यही एक सशक्त और आत्मनिर्भर भारत की नींव है। उन्होंने यह भी कहा कि वंदे मातरम का गायन न केवल एक औपचारिकता होगी, बल्कि यह राष्ट्र के प्रति सम्मान और कर्तव्य का प्रतीक बनेगा।
गोरखपुर में आयोजित इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में छात्र, शिक्षक, सामाजिक कार्यकर्ता और आम नागरिक मौजूद रहे। एकता यात्रा के दौरान देशभक्ति गीतों और नारों से पूरा वातावरण गूंज उठा। लोगों ने कहा कि मुख्यमंत्री का यह निर्णय विद्यार्थियों में राष्ट्रीय चेतना और अनुशासन की भावना को मजबूत करेगा।