Mon, 08 Sep 2025 12:15:17 - By : Garima Mishra
उत्तर प्रदेश में मानसून की गतिविधियां अब कमजोर पड़ने लगी हैं। मौसम विभाग का अनुमान है कि अगले कुछ दिनों में तापमान में बढ़ोतरी के साथ उमस भरी गर्मी का असर और तेज होगा। हालांकि दो से तीन दिनों तक प्रदेश के कुछ इलाकों में हल्की बारिश की संभावना बनी हुई है। बंगाल की खाड़ी पर बने निम्न दबाव क्षेत्र की वजह से मानसून द्रोणी दक्षिण की ओर खिसक गई है, जिससे प्रदेश में कोई सक्रिय मौसम तंत्र फिलहाल मौजूद नहीं है।
वाराणसी में बुधवार को मौसम का मिजाज अचानक बदला। सुबह से ही उमस ने लोगों को परेशान कर दिया था। तपिश और चिपचिपाहट के कारण लोग पसीने से तरबतर हो गए। हालांकि सुबह दस बजे के बाद बादलों की सक्रियता बढ़ने लगी और कुछ ही देर में जोरदार बारिश ने उमस से राहत दिलाई। झमाझम बारिश ने लोगों को राहत की सांस दी और तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई।
मौसम विभाग ने पहले ही संकेत दिया था कि प्रदेश में मानसून कमजोर पड़ने के कारण वातावरण का तापमान धीरे धीरे बढ़ेगा। उमस भरी गर्मी बढ़ने की संभावना पहले ही जताई जा चुकी थी। विभाग का कहना है कि आने वाले दिनों में प्रदेश के कई हिस्सों में बीच बीच में हल्की वर्षा हो सकती है, लेकिन अब पूरे महीने मानसूनी गतिविधियां कमजोर ही रहेंगी। अक्टूबर के पहले सप्ताह तक मानसून पूरी तरह से लौटने का अनुमान है।
इस बीच वाराणसी और आसपास के क्षेत्रों में इस बार मानसून ने औसत से अधिक बारिश कराई है। पूरे सीजन में पर्याप्त वर्षा होने से जलस्तर बेहतर हुआ है और किसानों को भी राहत मिली है। हालांकि मौसम का यह बदलता मिजाज लोगों के लिए चुनौती बना हुआ है क्योंकि बारिश के साथ उमस और तापमान का उतार चढ़ाव लगातार बना हुआ है।