Mon, 22 Sep 2025 12:27:09 - By : Garima Mishra
वाराणसी: इस साल मानसून के दौरान गंगा और वरुणा नदियों में चार बार बाढ़ का संकट आया। बाढ़ के चलते कई घरों और रास्तों में पानी भर गया, लेकिन जैसे ही पानी उतरता गया, लोग फिर से अपने घरों में लौटते गए। इसी बीच शास्त्रीघाट के पास वरुणा कारिडोर पर खड़ा एक आटोरिक्शा बाढ़ में डूब गया और हर बार पानी उतरने के बाद बाहर आने के बावजूद कोई भी इसे लेने नहीं आया।
कचहरी चौराहे से पुराने वरुणा पुल की ओर जाने वाले पाथवे पर खड़ा यह आटोरिक्शा, जिसका नंबर यूपी 65 एचटी 1819 है, दो महीने से लावारिस हालत में पड़ा है। यह वाहन लगातार चार बार बाढ़ के पानी में डूबा और बाहर आया, लेकिन इसके मालिक ने इसे हटाने की कोशिश तक नहीं की। अब जबकि चौथी बार पानी उतरने के बाद भी एक सप्ताह से अधिक बीत चुका है, फिर भी इसका कोई दावेदार सामने नहीं आया है।
अधिवक्ता केके सिंह ने जानकारी दी कि इस आटोरिक्शा का पंजीकरण परिवहन कार्यालय में दर्ज है और इसका मालिक पक्की बाजार निवासी मोहम्मद रोशन है। उन्होंने यह भी कहा कि पुलिस प्रशासन ने अब तक इस पर कोई कार्रवाई नहीं की है, जबकि यह वाहन लंबे समय से यहीं खड़ा है और इसके कारण रास्ता आधा बाधित हो गया है। स्थानीय लोगों को यहां से गुजरने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
यह स्थिति स्थानीय निवासियों के लिए चिंता का विषय बन गई है। लोगों के बीच सवाल उठ रहा है कि आखिर मालिक अपने वाहन को क्यों नहीं ले जा रहा। क्या वजह आर्थिक है या फिर इसके पीछे कोई और कारण छिपा है, इसका जवाब अब तक किसी के पास नहीं है।
स्थानीय प्रशासन पर अब दबाव बढ़ रहा है कि वह हस्तक्षेप करके इस वाहन को हटाए और रास्ता साफ कराए। साथ ही यह भी अपेक्षा की जा रही है कि भविष्य में इस तरह की समस्याओं को रोकने के लिए समय रहते प्रभावी कदम उठाए जाएं।
यह घटना दिखाती है कि बाढ़ के बाद केवल घर और सड़कें ही प्रभावित नहीं होते बल्कि कई छोटी बड़ी चीजें भी अनदेखी रह जाती हैं, जो धीरे धीरे स्थानीय लोगों के लिए मुश्किल का कारण बन जाती हैं। अब लोगों की नजर प्रशासन की कार्रवाई पर टिकी है कि यह लावारिस आटोरिक्शा कब तक यहां से हटाया जाएगा और क्या इसका मालिक कभी आगे आएगा।