Wed, 29 Oct 2025 12:48:04 - By : Palak Yadav
वाराणसी: एक ओर जहां पूरे शहर में छठ पूजा के पवित्र अवसर पर आस्था और श्रद्धा का सैलाब उमड़ पड़ा, वहीं दूसरी ओर चोरों ने इस भक्ति के माहौल को कलंकित कर दिया। सोमवार की रात से मंगलवार की सुबह तक बलुआ घाट समेत आसपास के घाटों पर पूजा के दौरान आधा दर्जन से अधिक महिलाओं की चेन कट गईं और एक महिला का मंगलसूत्र चोरी हो गया। भीड़भाड़ का फायदा उठाकर सक्रिय स्नैचरों ने न केवल महिलाओं के गले से आभूषण छीने, बल्कि कई के मोबाइल फोन और पर्स भी लेकर फरार हो गए।
घटना के अनुसार, मच्छरहट्टा वार्ड की रहने वाली रमावती देवी जब बलुआ घाट पर पूजा में व्यस्त थीं, तभी स्नैचरों ने उनके गले की चेन काटने की कोशिश की। सौभाग्य से चेन उनके कपड़ों पर गिर गई, जिससे वह बच गईं। इसके तुरंत बाद प्रमिला देवी को भी स्नैचरों ने निशाना बनाया, लेकिन उन्होंने चेन कटने की आवाज सुन ली और चोरों को पकड़ने की कोशिश की। भीड़ में अफरा-तफरी मच गई, लेकिन आरोपी भागने में सफल रहे।
रस्तापुर निवासी ज्योति कुमारी का मंगलसूत्र चोरी हो गया। ज्योति कुमारी के अनुसार, पूजा के समय उन्हें कुछ लोगों ने धक्का दिया, और उसी दौरान किसी ने उनके गले से मंगलसूत्र निकाल लिया। घटना के बाद ज्योति देवी फफक-फफक कर रोने लगीं, जबकि मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने उन्हें केवल यह सलाह दी कि अगली बार असली गहने पहनकर पूजा में न आएं। यह सलाह सुनकर वहां मौजूद श्रद्धालु भड़क उठे और पुलिस की लापरवाही पर नाराजगी जताई।
बलुआ घाट पर हुई चोरी की इन वारदातों के अलावा मच्छरहट्टा और पांडेय घाट क्षेत्र से भी एक दर्जन मोबाइल फोन और चार महिलाओं के पर्स चोरी होने की शिकायतें मिली हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि इस बार छठ पूजा पर भीड़ अनुमान से कहीं ज्यादा थी, लेकिन पुलिस की गश्त व्यवस्था नाममात्र की रही। इससे चोरों को वारदात करने का पूरा मौका मिल गया।
घटना के बाद क्षेत्र में अफरा-तफरी मच गई। कई महिलाओं ने बताया कि पिछले वर्ष भी इसी घाट पर ऐसे ही चोरी के मामले सामने आए थे, लेकिन इस बार पुलिस ने पहले से कोई सख्त तैयारी नहीं की। सोमवार को मच्छरहट्टा वार्ड की प्रीति जायसवाल की चेन काटने की कोशिश कर रहीं दो महिला स्नैचर को श्रद्धालुओं ने पकड़कर पुलिस के हवाले किया था, लेकिन पुलिस ने केवल शांतिभंग के आरोप में चालान कर उन्हें छोड़ दिया।
मंगलवार सुबह जब श्रद्धालु घाट पहुंचे, तो पुलिस की मौजूदगी नदारद थी। इस लापरवाही ने श्रद्धालुओं के गुस्से को और भड़का दिया। स्थानीय लोगों ने कहा कि हर वर्ष त्योहारों के दौरान इस तरह की घटनाएं बढ़ जाती हैं, लेकिन पुलिस प्रशासन केवल कागजी कार्रवाई कर खानापूर्ति करता है।
वाराणसी जैसे धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व वाले शहर में छठ पूजा जैसे पर्व के दौरान ऐसी घटनाएं सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठाती हैं। भीड़भाड़ वाले स्थलों पर पर्याप्त महिला पुलिस बल की तैनाती, सीसीटीवी कैमरों की निगरानी और संदिग्धों की पहचान जैसे उपायों को लागू करना अब प्रशासन के लिए जरूरी हो गया है।
स्थानीय नागरिकों और श्रद्धालुओं ने मांग की है कि पुलिस जल्द से जल्द चोरी के मामलों का खुलासा करे और ऐसे गैंगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए, ताकि भविष्य में महिलाएं बिना डर के धार्मिक आयोजनों में शामिल हो सकें।
छठ पूजा के पावन पर्व पर हुई इन घटनाओं ने यह स्पष्ट कर दिया है कि आस्था के साथ-साथ सुरक्षा व्यवस्था को भी उतनी ही प्राथमिकता देने की आवश्यकता है, ताकि श्रद्धा का पर्व भय का कारण न बने।