Sat, 13 Dec 2025 13:49:45 - By : Palak Yadav
वाराणसी में कक्षा 12 की एक छात्रा साइबर उत्पीड़न का शिकार होने का गंभीर मामला सामने आया है। सोशल मीडिया प्लेटफार्म इंस्टाग्राम पर छात्रा की तस्वीरों पर लगातार अश्लील और आपत्तिजनक टिप्पणियां की जा रही थीं, जिससे वह मानसिक रूप से बेहद परेशान हो गई थी। इस उत्पीड़न का असर केवल छात्रा तक सीमित नहीं रहा, बल्कि पूरे परिवार को सामाजिक उपहास और मानसिक दबाव का सामना करना पड़ा। पिता द्वारा शिकायत किए जाने के बावजूद प्रारंभिक स्तर पर एफआईआर दर्ज न होने से परिवार की परेशानी और बढ़ गई थी।
मामला सिंधौरा थाना क्षेत्र का है, जहां रहने वाली छात्रा की तस्वीरों पर एक अज्ञात इंस्टाग्राम आईडी से लगातार अभद्र टिप्पणियां की जा रही थीं। परिवार के अनुसार यह उत्पीड़न लंबे समय से चल रहा था और आरोपी बार बार नई इंस्टाग्राम आईडी बनाकर छात्रा को निशाना बना रहा था। छात्रा की पढ़ाई और मानसिक स्थिति पर इसका गहरा प्रभाव पड़ रहा था। परिजनों का कहना है कि पहले भी लिखित शिकायत संबंधित थाने में दी गई थी, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं होने से आरोपी के हौसले बढ़ते चले गए।
पिता ने बताया कि शिकायत के बाद मामला साइबर सेल को भेजा गया था, लेकिन सिंधौरा थाने में एफआईआर दर्ज न होने के कारण साइबर सेल भी तकनीकी जांच शुरू नहीं कर पा रही थी। इस वजह से आरोपी की पहचान और डिजिटल साक्ष्यों को सुरक्षित करने में देरी होती रही। पीड़ित परिवार का आरोप है कि समय रहते कार्रवाई होती तो छात्रा को इतना मानसिक कष्ट नहीं झेलना पड़ता।
न्याय न मिलने से निराश होकर पीड़ित छात्रा के पिता ने वाराणसी पुलिस आयुक्त से सीधे गुहार लगाई। उन्होंने पूरे मामले की गंभीरता बताते हुए एफआईआर दर्ज कराने और आरोपी की पहचान कर उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। पुलिस आयुक्त के संज्ञान लेने के बाद मामले में कार्रवाई तेज हुई।
पुलिस उपायुक्त गोमती जोन आकाश पटेल ने बताया कि प्राप्त शिकायत को सीसीएनटीएस सिस्टम में दर्ज करते हुए सूचना प्रौद्योगिकी संशोधन अधिनियम 2000 की धारा 67 के तहत एफआईआर दर्ज करने की संस्तुति की गई है। उन्होंने कहा कि साइबर उत्पीड़न के मामलों में पुलिस पूरी गंभीरता से कार्रवाई कर रही है और दोषियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा।
वहीं सिंधोरा थानाध्यक्ष ज्ञानेंद्र त्रिपाठी ने पुष्टि की कि छात्रा के पिता की शिकायत पर एफआईआर दर्ज कर ली गई है और मामले की जांच शुरू कर दी गई है। पुलिस अब साइबर सेल के सहयोग से आरोपी इंस्टाग्राम आईडी की तकनीकी जांच कर रही है, ताकि जल्द से जल्द आरोपी की पहचान कर कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित की जा सके।
यह मामला एक बार फिर सोशल मीडिया पर बढ़ते साइबर उत्पीड़न और नाबालिगों की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े करता है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि ऐसे मामलों में पीड़ितों को बिना डर के तुरंत शिकायत दर्ज करानी चाहिए, ताकि समय रहते कार्रवाई हो सके और दोषियों को कानून के दायरे में लाया जा सके।