वाराणसी: पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने की अपराध समीक्षा, ट्रैफिक व त्योहारों पर दिए कड़े निर्देश

वाराणसी सीपी ने अपराध समीक्षा बैठक में ट्रैफिक, अतिक्रमण, साइबर अपराध और महिला सुरक्षा पर कड़े निर्देश दिए, त्योहारों पर विशेष ध्यान।

Mon, 13 Oct 2025 10:37:37 - By : Yash Agrawal

वाराणसी: पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने रविवार की रात पुलिस लाइन सभागार में तीनों जोनों की विस्तृत अपराध समीक्षा बैठक की, जिसमें शहर की ट्रैफिक व्यवस्था, अतिक्रमण, साइबर अपराध और महिला सुरक्षा को लेकर कई अहम निर्देश जारी किए गए। बैठक का मुख्य फोकस आगामी त्योहारों को देखते हुए यातायात व्यवस्था को और अधिक सुदृढ़ बनाना रहा। पुलिस कमिश्नर ने साफ कहा कि किसी भी कीमत पर शहर की सड़कों पर अव्यवस्था बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि टूरिस्ट बसें सड़कों पर अनावश्यक रूप से पार्क न हों और मालवाहक वाहन किसी भी सूरत में नो-एंट्री जोन में प्रवेश न करें। मुख्य चौराहों से अतिक्रमण को जल्द से जल्द हटाया जाए ताकि यातायात सुचारू रहे। इसके साथ ही हूटर, लाल बत्ती, काली फिल्म और जातिसूचक शब्दों से लिखे वाहनों पर तत्काल कार्रवाई करने को कहा गया। उन्होंने सभी अधिकारियों को यह भी निर्देश दिया कि वे प्रतिदिन कम से कम दो प्रमुख चौराहों का स्वयं निरीक्षण करें और वहां की स्थिति की रिपोर्ट प्रस्तुत करें।

बैठक में विवेचनाओं के लंबित मामलों, साइबर अपराधों की रोकथाम और गंभीर अपराधों में गैंगस्टर एक्ट के तहत की जा रही कार्रवाई की भी गहन समीक्षा की गई। सीपी ने कहा कि सभी विवेचनाओं का शीघ्र और गुणवत्तापूर्ण निस्तारण किया जाए ताकि न्याय प्रक्रिया में तेजी आए। ई-साक्ष्य एप पर 100 प्रतिशत लिंकिंग सुनिश्चित करने और अपराधों की डिजिटल मॉनिटरिंग को और सशक्त बनाने के भी निर्देश दिए गए।

पुलिस कमिश्नर ने साइबर अपराध पर सख्त रुख अपनाते हुए कहा कि इस क्षेत्र में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। चिन्हित म्यूल अकाउंट्स की जांच तेजी से पूरी की जाए और लंबित मामलों को तय समय सीमा में निपटाया जाए। उन्होंने यह भी कहा कि साइबर ठगों पर नकेल कसने के लिए बैंक और वित्तीय संस्थानों के साथ बेहतर समन्वय स्थापित किया जाए ताकि ठगी के बाद राशि की रिकवरी में तेजी लाई जा सके।

मिशन शक्ति अभियान की समीक्षा के दौरान महिला सुरक्षा से जुड़ी गतिविधियों की जानकारी ली गई। पुलिस कमिश्नर ने मिशन शक्ति फेज 5.0 के तहत महिला अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे स्कूल और कॉलेजों में जाकर छात्राओं को हेल्पलाइन नंबर 112, 1090 और 1930 के बारे में जागरूक करें। इसके साथ ही छात्राओं को यह बताया जाए कि इन नंबरों पर कॉल करने का तरीका और उनका महत्व क्या है। उन्होंने यह भी कहा कि महिला सुरक्षा हॉटस्पॉट स्थलों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएं और सुरक्षा व्यवस्था की नियमित निगरानी की जाए।

बैठक में अपर पुलिस आयुक्त कानून व्यवस्था शिवहरी मीणा, अपर पुलिस आयुक्त अपराध राजेश कुमार सिंह, डीसीपी वरुणा प्रमोद कुमार, डीसीपी काशी गौरव बंसवाल, डीसीपी गोमती आकाश पटेल, एडीसीपी काशी सरवणन टी सहित सभी राजपत्रित अधिकारी, थाना प्रभारी और पुलिस कर्मी मौजूद रहे।

पुलिस कमिश्नर ने यह भी कहा कि आगामी दिनों में शहर की सड़कें त्योहारों के दौरान भी निर्बाध रूप से चलती रहें, इसके लिए ट्रैफिक पुलिस को फील्ड पर अधिक सक्रिय रहना होगा। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि प्रमुख धार्मिक स्थलों, बाजारों और भीड़भाड़ वाले इलाकों में विशेष सतर्कता रखी जाए और किसी भी प्रकार की अव्यवस्था या आपराधिक गतिविधि पर तुरंत कार्रवाई की जाए।

अंत में उन्होंने सभी पुलिस अधिकारियों से कहा कि उनका उद्देश्य केवल अपराधियों को पकड़ना नहीं, बल्कि जनता में सुरक्षा की भावना को मजबूत करना भी है। उन्होंने कहा कि वाराणसी पुलिस को जनता की भरोसेमंद संस्था के रूप में काम करना होगा और हर शिकायत को गंभीरता से लेना होगा।

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