वाराणसी: दीनदयाल उपाध्याय महाविद्यालय में मतदाता जागरूकता कार्यक्रम, छात्राओं को किया जागरूक

वाराणसी के दीनदयाल उपाध्याय महाविद्यालय में संविधान दिवस पर मतदाता जागरूकता कार्यक्रम हुआ, छात्रों को मतदान का महत्व बताया गया।

Wed, 26 Nov 2025 15:04:55 - By : Palak Yadav

वाराणसी के सेवापुरी क्षेत्र में स्थित पंडित दीनदयाल उपाध्याय राजकीय महिला महाविद्यालय में बुधवार को संविधान दिवस के अवसर पर मतदाता जागरूकता से जुड़ा महत्वपूर्ण कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य युवाओं को मजबूत लोकतंत्र की अवधारणा से जोड़ना और उन्हें निर्वाचन आयोग द्वारा संचालित गहन पुनरीक्षण अभियान की जानकारी देना था। महाविद्यालय में आयोजित इस कार्यक्रम में शिक्षकों और छात्राओं ने संविधान के महत्व के साथ नागरिक अधिकारों और कर्तव्यों पर भी विस्तृत चर्चा की। कार्यक्रम की शुरुआत संविधान की प्रस्तावना को याद करते हुए की गई और प्रतिभागियों को बताया गया कि मतदान केवल अधिकार नहीं बल्कि संवैधानिक कर्तव्य भी है जिसे पूरी जिम्मेदारी के साथ निभाना चाहिए।

कार्यक्रम के मुख्य वक्ता प्रो सत्यनारायण वर्मा ने छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि मतदाता बन चुके सभी छात्र और छात्राएं अपने क्षेत्र के बूथ लेवल अधिकारी से गणना प्रपत्र प्राप्त कर उसे सही तरीके से भरकर समय पर जमा करें। उन्होंने यह भी बताया कि निर्वाचन आयोग द्वारा चलाया जा रहा पुनरीक्षण अभियान युवाओं को मतदान सूची में अपना नाम दर्ज कराने का महत्वपूर्ण अवसर देता है और प्रत्येक eligible मतदाता को इसमें सक्रिय भागीदारी करनी चाहिए। प्रो वर्मा ने छात्राओं से अपील की कि वे अपने आस पड़ोस के लोगों को भी इस कार्यक्रम के प्रति जागरूक करें ताकि अधिक से अधिक नागरिक मतदान प्रक्रिया से जुड़ सकें।

महाविद्यालय की प्राचार्य प्रो सुधा पांडेय ने संविधान दिवस पर अपने संबोधन में भारतीय लोकतंत्र की मजबूती के लिए नागरिक दायित्वों के पालन को अनिवार्य बताया। उन्होंने एस आई आर की प्रमुख बिंदुओं को स्पष्ट करते हुए कहा कि निर्वाचन आयोग की इस प्रक्रिया में हर नागरिक की सहभागिता बेहद जरूरी है क्योंकि इससे मतदाता सूची अधिक पारदर्शी और अद्यतन बनती है। कार्यक्रम में मौजूद प्रो राम कृष्ण गौतम ने भारतीय संविधान की विशेषताओं पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह विश्व का सबसे श्रेष्ठ संविधान है जो सभी नागरिकों को समानता, स्वतंत्रता और न्याय प्रदान करता है और किसी भी प्रकार के भेदभाव को स्थान नहीं देता।

कार्यक्रम में प्रो कमलेश कुमार वर्मा, प्रो अर्चना गुप्ता, डॉ सर्वेश कुमार सिंह, डॉ कमलेश कुमार सिंह, डॉ सुधा तिवारी, सुश्री प्रिया मिश्रा, राम किंकर सिंह, रामायण विश्वकर्मा, दयाराम यादव और मिठ्ठू राम समेत कई शिक्षक और छात्राएं उपस्थित रहीं। कार्यक्रम का संचालन डॉ सुधा तिवारी द्वारा किया गया और धन्यवाद ज्ञापन प्रो अर्चना गुप्ता ने प्रस्तुत किया। संविधान दिवस से जुड़ा यह आयोजन न केवल जागरूकता का माध्यम बना बल्कि इससे छात्राओं में लोकतांत्रिक मूल्यों को लेकर नई ऊर्जा और जिम्मेदारी की भावना भी जागृत हुई।

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