Sat, 13 Dec 2025 11:38:52 - By : Palak Yadav
वाराणसी से दिल्ली जा रहे एक यात्री विमान को शुक्रवार सुबह उस समय एप्रन पर वापस लाना पड़ा जब उड़ान के दौरान एक शिशु के कान में अचानक तेज दर्द शुरू हो गया। रनवे की ओर बढ़ रहे विमान में बच्चे के लगातार रोने की सूचना मिलते ही पायलट ने तत्काल सतर्कता दिखाते हुए एयर ट्रैफिक कंट्रोल से संपर्क किया और विमान को वापस एप्रन पर मोड़ दिया। एयरपोर्ट पर मौजूद मेडिकल टीम ने बच्चे का प्राथमिक उपचार किया, जिसके बाद विमान को करीब एक घंटे की देरी से दिल्ली के लिए रवाना किया गया।
जानकारी के अनुसार एयर इंडिया एक्सप्रेस की फ्लाइट संख्या आइएक्स 1224 अपने निर्धारित समय सुबह दस बजे वाराणसी एयरपोर्ट से दिल्ली के लिए प्रस्थान कर रही थी। विमान टैक्सी करते हुए रनवे की ओर बढ़ रहा था, तभी आठ माह के शिशु श्रेष्ठ नारायण के कान में अचानक तेज दर्द होने लगा। दर्द के कारण बच्चा जोर जोर से रोने लगा। स्थिति को भांपते हुए केबिन क्रू ने तुरंत पायलट को इसकी जानकारी दी। पायलट ने बिना देर किए एटीसी से संपर्क किया और यात्रियों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए विमान को वापस एप्रन पर लाने का निर्णय लिया।
विमान के एप्रन पर पहुंचते ही एयरपोर्ट पर तैनात मेडिकल टीम को बुलाया गया। जांच के दौरान डॉक्टरों ने पुष्टि की कि बच्चे को कान में तेज दर्द की समस्या हो रही है। प्राथमिक उपचार के तहत बच्चे के कान में रुई रखी गई, जिससे उसे कुछ राहत मिली। मेडिकल टीम ने यह भी सुनिश्चित किया कि शिशु की हालत स्थिर है और यात्रा के लिए सुरक्षित है। इसके बाद संबंधित औपचारिकताओं को पूरा कर विमान को दोबारा उड़ान की अनुमति दी गई।
इस पूरे घटनाक्रम के कारण फ्लाइट अपने निर्धारित समय से लगभग एक घंटे देरी से दिल्ली के लिए रवाना हुई। हालांकि यात्रियों को कुछ समय तक इंतजार करना पड़ा, लेकिन अधिकतर यात्रियों ने बच्चे की स्थिति को देखते हुए पायलट और क्रू के फैसले को सही ठहराया। एयरपोर्ट अधिकारियों ने भी कहा कि यात्रियों के स्वास्थ्य और सुरक्षा से जुड़ा कोई भी मामला सर्वोच्च प्राथमिकता में रखा जाता है और ऐसे हालात में तत्काल निर्णय लिया जाना आवश्यक होता है।