वाराणसी: काशी में बाटी-चोखा भोग पर्व पर लगा लोटा-भंटा मेला, लाखों श्रद्धालु पहुंचे

वाराणसी में सोमवार को बाटी-चोखा भोग पर्व और लोटा-भंटा मेला श्रद्धा व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया, जिसमें दूर-दूर से श्रद्धालु शामिल हुए।

Tue, 11 Nov 2025 11:30:59 - By : Palak Yadav

वाराणसी: काशी में भगवान भोलेनाथ को बाटी-चोखा का भोग अर्पित करने का पर्व सोमवार को हर्षोल्लास और श्रद्धा के बीच मनाया गया। इस अवसर पर लोटा-भंटा मेला भी आयोजित किया गया, जिसमें आसपास के गाँवों और विभिन्न जिलों से बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे। भगवान शिव के दर्शन और पारंपरिक व्यंजन के स्वाद का आनंद लेने के लिए लोग सुबह से ही मेला क्षेत्र में जमा हुए।

रामेश्वर महादेव मंदिर और वरुणा क्षेत्र में स्नान करने के बाद भक्तों ने पूजा-अर्चना की और भगवान भोलेनाथ को बाटी-चोखा का भोग अर्पित किया। इस प्रथा के अनुसार भोग लगाने के बाद इसे प्रसाद के रूप में श्रद्धालुओं में वितरित किया जाता है। इस कारण पूर्वांचल और बिहार से भी लोग इस अनूठे आयोजन में शामिल होने के लिए वाराणसी आते हैं।

मेला क्षेत्र में प्रातःकाल से शाम तक दुकानों पर रंग-बिरंगे परिधान, झूले, खिलौने, घरेलू उपकरण जैसे फावड़ा, खुरपी, कुदाल, हसुआ और अन्य आवश्यक वस्तुओं की बिक्री जोर-शोर से हुई। ग्रामीण महिलाएं सौंदर्य प्रसाधन की दुकानों में भी भारी संख्या में उपस्थित रहीं। मेले के दौरान बाग-बगीचों और गलियों में धुआं और पारंपरिक व्यंजन बनाने की खुशबू वातावरण को भक्तिभाव से भर देती थी।

इस वर्ष सुरक्षा व्यवस्था को लेकर प्रशासन ने विशेष सतर्कता बरती। मेला क्षेत्र, मंदिर, पंचक्रोशी मार्ग, शिवाला और आसपास के चौराहों पर बैरियर लगाकर पुलिस और पीएसी टीम तैनात रही। एडीसीपी वैभव बांगड़, एसीपी राजातालाब अजय कुमार श्रीवास्तव, एसीपी पिंडरा प्रतीक वर्मा सहित नायब तहसीलदार, एसएचओ और पीएसी अधिकारी पूरे कार्यक्रम के दौरान मौजूद रहे।

साथ ही, पीएचसी सेवापुरी और हरहुआ, सीएचसी हाथी, राजस्व विभाग, ग्राम पंचायत रामेश्वर के पूर्व प्रधान डॉ. रामप्रसाद और अन्य स्थानीय कार्यकर्ताओं ने मेला संचालन में सहयोग किया। प्रशासन द्वारा ड्रोन्स से निगरानी करने के कारण शोहदे और चेन स्नेचिंग करने वाले लोग मेला क्षेत्र में दाखिल नहीं हो पाए। इस व्यवस्था के चलते मेले में कोई अप्रिय घटना नहीं हुई और श्रद्धालु सुरक्षित और आनंदपूर्वक आयोजन का हिस्सा बने।

इस प्रकार काशी में भगवान भोलेनाथ को अर्पित भोग और लोटा-भंटा मेला इस बार भी श्रद्धालुओं की आस्था और उत्साह का प्रतीक बना।

बाराबंकी: सीएम योगी का विपक्ष पर तीखा हमला, योजनाओं का लाभ लेकर वंदे मातरम विरोधियों को पहचानो

वाराणसी में 12 नवंबर को रबी उत्पादकता गोष्ठी, कृषि तकनीकों पर होगी चर्चा

वाराणसी: ग्रामीणों की सतर्कता ने चोरी की दो घटनाओं को रोका, एक चोर गिरफ्तार

वाराणसी में दिसंबर 2025 में काशी तमिल संगमम 4.0 का भव्य आयोजन, तैयारियां तेज

दिल्ली बम धमाके के बाद मेरठ छावनी में ऑरेंज अलर्ट, सुरक्षा व्यवस्था मजबूत की गई है