Mon, 27 Oct 2025 00:23:41 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA
वाराणसी: राजातालाब थाना क्षेत्र में रविवार शाम एक ऐसी घटना घटी जिसने इलाके के लोगों को झकझोर दिया। जीटी रोड स्थित एचडीएफसी बैंक के पास संचालित आरोग्य सेवा सदन एवं अपर्णा चाइल्ड क्लिनिक में इलाज में कथित लापरवाही के कारण मात्र दो माह के मासूम की मौत हो गई। घटना ने न केवल परिजनों को बुरी तरह तोड़ दिया, बल्कि पूरे क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं की विश्वसनीयता पर भी सवाल खड़ा कर दिया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, जंसा थाना क्षेत्र के हरसोस गांव निवासी रूबी पटेल, पत्नी आदर्श पटेल, 27 अगस्त 2025 को चितईपुर स्थित एक निजी अस्पताल में एक बच्चे को जन्म दिया। परंतु जन्म के कुछ सप्ताह बाद, रविवार को मासूम की तबियत अचानक बिगड़ गई। घबराई हुई माँ रूबी अपने बच्चे को लेकर अपने मायके परसुपुर (कचनार) स्थित आरोग्य सेवा सदन एवं अपर्णा चाइल्ड क्लिनिक पहुँची। मासूम को बुखार और जुखाम की शिकायत थी।
परिजनों का आरोप है कि क्लिनिक के डॉक्टरों ने केवल कुछ दवा देने और भांप कराने तक सीमित इलाज किया। दर्दनाक सच यह है कि कुछ ही समय बाद मासूम की मौत हो गई। यह क्षण परिजनों के लिए किसी बुरे सपने से कम नहीं था। मासूम के पिता आदर्श पटेल का कहना है, “हमने अपने छोटे से बच्चे की जिंदगी बचाने के लिए अस्पताल का भरोसा किया था, लेकिन डॉक्टरों की लापरवाही ने हमारी खुशियों को वीरान कर दिया।”
मासूम के शव के साथ परिजनों का गुस्सा अस्पताल के बाहर फूट पड़ा। उन्होंने डॉक्टरों और अस्पताल के खिलाफ जमकर हंगामा किया। हंगामे की सूचना मिलते ही राजातालाब पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को काबू में किया। घटना के दौरान अस्पताल के डॉक्टर मौके से फरार हो गए।
मृतक मासूम की माँ रूबी ने आंसू भरी आवाज में कहा, “हमारा बच्चा हमारे हाथों से चला गया। हम न्याय चाहते हैं। लापरवाही करने वाले डॉक्टरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।”
राजातालाब पुलिस चौकी प्रभारी रोहित दूबे ने बताया कि पुलिस बल मौके पर तैनात है और शांति व्यवस्था बनाए रखी गई है। उन्होंने कहा, “परिजनों की तहरीर मिलने के बाद पूरी जांच की जाएगी और दोषियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।”
स्थानीय लोगों और परिजनों का कहना है कि मासूम की अचानक मौत और डॉक्टरों की कथित लापरवाही ने पूरे इलाके में गहरा दर्द और रोष पैदा किया है। यह घटना स्वास्थ्य सेवाओं की जिम्मेदारी और पारदर्शिता की अहमियत को भी उजागर करती है।
इस दुखद घटना ने न केवल एक परिवार को स्थायी क्षति दी है, बल्कि पूरे क्षेत्र में बच्चों के इलाज और अस्पतालों की विश्वसनीयता पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। मासूम की याद और उसकी छोटी सी जिंदगी की कहानी लोगों के दिलों में एक गहरी छाप छोड़ गई है।
राजातालाब पुलिस मामले की गहन जांच कर रही है, और परिजनों की तहरीर के आधार पर दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की तैयारी की जा रही है।