Wed, 26 Nov 2025 10:57:05 - By : Palak Yadav
वाराणसी में दवाओं और सीरप के काले कारोबार के खुलासे के बाद दवा मंडी को शहर के बाहर स्थानांतरित करने की चर्चा तेज हो गई है। इसी मुद्दे पर व्यापारी संगठनों और दवा कारोबारियों के बीच टकराव की स्थिति बन गई है। मैदागिन स्थित सप्तसागर मार्केट को दवा व्यापार का मुख्य केंद्र माना जाता है और लंबे समय से यहां सैकड़ों दुकानदार व्यापार कर रहे हैं। सोमवार को व्यापारी संगठन के प्रतिनिधियों ने मेयर से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा जिसमें मांग की गई कि शहर के बीच स्थित दवा मंडी को जल्द से जल्द शहर से बाहर स्थानांतरित किया जाए ताकि इस क्षेत्र में यातायात और अवैध कारोबार की संभावित गतिविधियों पर रोक लग सके। संगठन का कहना है कि मौजूदा समय में दवाओं की ढुलाई और भारी भीड़ के कारण शहर के इस हिस्से में अव्यवस्था बढ़ रही है और इसे नियंत्रित करने के लिए दवामंडी का पुनर्स्थापन आवश्यक है।
दूसरी ओर दवा व्यापारियों ने इस प्रस्ताव का कड़ा विरोध किया है। मंगलवार को सप्तसागर मार्केट में आयोजित बड़ी बैठक में दवा कारोबारियों ने व्यापारी संगठन के इस कदम को गलत बताया और कहा कि बिना किसी व्यापारी की सहमति के संगठन ने मेयर को ज्ञापन सौंपना अनैतिक है। व्यापारियों ने कहा कि वे पिछले 30 से 40 वर्ष से इसी मार्केट में शांति और सुविधा के साथ व्यापार कर रहे हैं और उन्हें यहां किसी तरह की समस्या नहीं होती। उनका कहना है कि बाजार के अंदर हमेशा भाईचारे का माहौल बना रहता है और सभी सुविधाएं उपलब्ध हैं। इसलिए दवा मंडी को शहर के बाहर स्थानांतरित करने का निर्णय न केवल अव्यवहारिक है बल्कि सैकड़ों परिवारों की आजीविका पर भी प्रतिकूल प्रभाव डालेगा। व्यापारियों ने यह भी कहा कि शहर के केंद्र में होने के कारण वे खुद को सुरक्षित महसूस करते हैं और किसी अन्य स्थान पर जाकर व्यापार करना उनके लिए संभव नहीं है।
व्यापारियों ने बैठक में यह स्पष्ट कर दिया कि वे किसी भी कीमत पर स्थानांतरण के पक्ष में नहीं हैं और इसके विरोध में हर स्तर पर आवाज उठाते रहेंगे। उनका कहना है कि दवा व्यापार से संबंधित समस्याओं का समाधान स्थानांतरण नहीं बल्कि व्यवस्थाओं में सुधार और सरकार तथा प्रशासन के बेहतर सहयोग से हो सकता है। बैठक में बड़ी संख्या में व्यापारी शामिल हुए जिनमें दिनेशचंद्र गुप्ता, योगेश सप्तऋषि, दीपू मारु, सावन गुप्ता, नितेश श्रीवास्तव, संजीव गोयल, रवि गुप्ता, अनूप जायसवाल, शरद गुप्ता, प्रदीप अग्रवाल, ईशान केसरी, प्रशांत जायसवाल, अनिल बर्नवाल, मनीष श्रीवास्तव, संजय गुप्ता, अतुल जैन, विनोद यादव, दिनेश कुमार, त्रिलोकी, दीना केसरी, कौस्तुभ जैन, सोनू, अजय गुप्ता और अशोक सिंह आदि व्यापारी शामिल थे। व्यापारी समुदाय ने यह भी कहा कि वे जल्द ही संयुक्त बयान जारी करके प्रशासन को अपने पक्ष से अवगत कराएंगे और किसी भी एकतरफा निर्णय को स्वीकार नहीं करेंगे। सप्तसागर मार्केट में बैठक के दौरान व्यापारी काफी संख्या में मौजूद रहे और माहौल पूरी तरह विरोध और असंतोष से भरा दिखा।