वाराणसी: शिक्षा विभाग की बड़ी कार्रवाई, 24 बिना मान्यता वाले स्कूल सील

वाराणसी में शिक्षा विभाग ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 24 बिना मान्यता वाले निजी स्कूलों को सील कर दिया, बच्चों को अब मान्यता प्राप्त स्कूलों में समायोजित किया जाएगा।

Sun, 10 Aug 2025 12:18:39 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA

वाराणसी: शिक्षा विभाग ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 24 निजी स्कूलों को तत्काल प्रभाव से बंद करा दिया है। यह कदम तब उठाया गया जब जांच में सामने आया कि ये संस्थान बिना शिक्षा विभाग से मान्यता प्राप्त किए लंबे समय से बच्चों को पढ़ा रहे थे। बेसिक शिक्षा अधिकारी (BSA) भोलेंद्र प्रताप सिंह के निर्देशन में हुई इस कार्रवाई के तहत सभी स्कूलों पर ताले जड़ दिए गए हैं, जबकि अभिभावकों को सलाह दी गई है कि वे अपने बच्चों का नामांकन ऐसे विद्यालयों में कराएं जिनके पास वैध मान्यता हो, ताकि बच्चों की पढ़ाई बाधित न हो।

जांच में पाया गया कि शहर और ग्रामीण क्षेत्रों में कई संस्थान वर्षों से शिक्षा विभाग के नियमों की अनदेखी करते हुए संचालित हो रहे थे। इनमें प्रमुख रूप से भारत पब्लिक स्कूल बीम बाबा मंदिर शैलपुत्री चौराहा, मां शैलपुत्री कान्वेंट स्कूल नक्खीघाट, गोमती मेमोरियल प्राथमिक विद्यालय हुकुलगंज, लवली चाइल्ड हुकुलगंज, एसएनएस इंग्लिश स्कूल बेनीपुर, परमहंस पब्लिक स्कूल मुबारकपुर बेनीपुर, मां कंचन देवी शिक्षण संस्थान बेनीपुर, हैप्पी मंटिसरी स्कूल तिलमापुर आशापुर, एमआईए पब्लिक स्कूल जाल्हूपुर, ज्ञानोदय प्राथमिक विद्यालय मंगलपुर बनकट नेवादा काशी विद्यापीठ और सन ग्लोरियस पब्लिक स्कूल मानस नगर कॉलोनी फुलवरिया शामिल हैं।

इसके अलावा स्मार्ट पब्लिक स्कूल फुलवरिया, एसएमपीएन पब्लिक स्कूल तोफापुर चिरईगांव, अयांश गुरुकुल सरसौल चिरईगांव, आदर्श सरस्वती ज्ञान मंदिर रामचंदीपुर, पीआरसी चिल्ड्रेन अकादमी चांदपुर, एमपीएस संस्थान टी बभनपुरा, दीक्षा एकेडमी भगतुआ चिरईगांव, सरस्वती ज्ञान मंदिर बच्छावं, एसपी इंग्लिश स्कूल जवाहर नगर सोनिया, चकवाल जूनियर हाई स्कूल महेशपुर और बीएमएस पब्लिक लखराव को भी सील कर दिया गया है। वहीं, आरएस पब्लिक स्कूल ढेलवरिया को फिलहाल बंद नहीं किया गया है, लेकिन उसे नोटिस जारी किया गया है और स्पष्टीकरण मांगा गया है।

शिक्षा विभाग ने स्पष्ट किया है कि यह कार्रवाई केवल पहली कड़ी है। 15 अगस्त के बाद जिले में संचालित सभी स्कूलों की मान्यता की व्यापक जांच की जाएगी। यदि कोई संस्थान बिना मान्यता के पाया गया, तो न केवल उस स्कूल पर बल्कि संबंधित खंड शिक्षा अधिकारी (BEO) और यहां तक कि BSA तक की जिम्मेदारी तय की जाएगी। अधिकारियों का कहना है कि ऐसे स्कूल न केवल सरकारी नियमों का उल्लंघन करते हैं, बल्कि बच्चों के भविष्य से भी खिलवाड़ करते हैं।

BSA भोलेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि बिना मान्यता के चल रहे इन 24 स्कूलों की विस्तृत रिपोर्ट निदेशालय को भेज दी गई है। साथ ही यह भी सुनिश्चित किया जा रहा है कि प्रभावित बच्चों को जल्द से जल्द पास के मान्यता प्राप्त स्कूलों में स्थानांतरित किया जाए, ताकि उनकी शिक्षा में किसी प्रकार की रुकावट न आए। उन्होंने यह भी कहा कि अभिभावकों की जागरूकता इस मामले में अहम है और उन्हें प्रवेश से पहले स्कूल की मान्यता की जांच करनी चाहिए, जिससे भविष्य में ऐसी स्थिति से बचा जा सके।

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