Wed, 10 Dec 2025 14:24:24 - By : Palak Yadav
वाराणसी में रोजगार के अवसरों को एक मंच पर लाने के उद्देश्य से आयोजित काशी सांसद रोजगार महाकुंभ 2025 का दूसरा दिन भी युवाओं के लिए उम्मीदों से भरा रहा। आईटीआई कॉलेज परिसर में लगाए गए इस दो दिवसीय मेले में पूर्वांचल के विभिन्न जिलों से आए हजारों छात्र-छात्राओं ने अपनी योग्यता के अनुसार अलग-अलग कंपनियों में इंटरव्यू दिए। पहले ही दिन 4523 अभ्यर्थियों का चयन हो गया था और इनमें से 28 उम्मीदवारों को विदेशी कंपनियों ने नियुक्ति पत्र दिया है, जो छात्रों के लिए विशेष उपलब्धि माना जा रहा है।
मेले में अब तक 14408 अभ्यर्थियों ने पंजीकरण कराया और इंटरव्यू के लिए उपस्थित हुए। देश और विदेश की 188 प्रतिष्ठित कंपनियों ने यहां अपने स्टॉल लगाए और युवाओं की योग्यता, कौशल और अनुभव के आधार पर चयन प्रक्रिया पूरी की। प्रशासन का कहना है कि इस रोजगार महाकुंभ में 27 हजार युवाओं को नौकरी देने का लक्ष्य रखा गया है और चयन प्रक्रिया इसी दिशा में आगे बढ़ रही है।
जिन क्षेत्रों में सबसे अधिक अवसर आए हैं, उनमें बैंकिंग, ऑटोमोबाइल, सुरक्षा सेवाएं, आईटी और मार्केटिंग शामिल हैं। कई कंपनियों ने उसी समय ऑफर लेटर जारी कर दिए, जिससे विद्यार्थियों में खासा उत्साह देखा गया। हालांकि कुछ युवाओं ने यह भी कहा कि उन्हें अपनी योग्यता के अनुरूप नौकरी नहीं मिल सकी। एमएससी किए हुए खलीक अहमद ने बताया कि वे अकाउंटेंट की पोस्ट ढूंढने आए थे, लेकिन ज्यादातर अवसर तकनीकी और ग्रुप डी श्रेणी की नौकरियों के लिए उपलब्ध हैं।
मेले में पहली बार विदेशों की कई कंपनियां भी शामिल हुई हैं। यूएई, दुबई, ओमान और शारजाह की विभिन्न फर्मों ने भी अपने स्टॉल लगाए, जिससे युवाओं को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नौकरी पाने का नया अवसर मिला। सेवायोजन विभाग और जिला प्रशासन की ओर से ऑन द स्पॉट मुफ्त पंजीकरण की सुविधा भी उपलब्ध कराई गई, जिससे बिना किसी प्रक्रिया के बोझ के विद्यार्थी सीधे इंटरव्यू दे सके।
रोजगार महाकुंभ का उद्देश्य युवाओं को एक ही स्थान पर व्यापक अवसर उपलब्ध कराना और प्रदेश में रोजगार सृजन को गति देना है। मेले में दिखी बड़ी भीड़ यह बताती है कि युवाओं में नौकरी की तलाश के साथ-साथ बेहतर प्लेटफॉर्म की भी बड़ी आवश्यकता है। प्रशासन का मानना है कि आने वाले दिनों में ऐसे आयोजनों से प्रदेश के रोजगार ढांचे को मजबूत आधार मिलेगा।