Mon, 22 Sep 2025 21:11:20 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA
वाराणसी: राजातालाब थाना क्षेत्र में सोमवार की शाम एक परिवार के साथ खुलेआम मारपीट और गाली-गलौज की घटना सामने आई। आरोप है कि दबंग प्रवृत्ति के कुछ लोगों ने घर पर चढ़कर पति-पत्नी और उनके बेटे को बुरी तरह पीटा, लेकिन चौबीस घंटे बीत जाने के बाद भी पुलिस ने पीड़िता की तहरीर पर कोई कार्रवाई नहीं की। इससे क्षेत्र में आक्रोश फैल गया है और स्थानीय लोग पुलिस पर एकतरफा कार्रवाई का आरोप लगा रहे हैं।
हमारे संवाददाता शुभम शर्मा ने बताया कि घटना राजातालाब रेलवे स्टेशन रोड, कचनार इलाके की है। यहां रहने वाली गुड़िया राय पत्नी रमेश राय ने पुलिस को लिखित तहरीर दी और साथ ही पीआरवी 112 पर फोन कर मदद भी मांगी। गुड़िया राय का आरोप है कि सोमवार की शाम लगभग सात बजे, विपक्षी पक्ष के विकास सिंह अपने भाई और दो अन्य अज्ञात लोगों के साथ उनके घर पहुंचे। घर का दरवाजा खटखटाने के बाद जब उनके पति रमेश राय ने दरवाजा खोला, तो आरोपियों ने गाली-गलौज शुरू कर दी।
शिकायत के अनुसार, मौके पर मौजूद आकाश सिंह (निवासी सिहोरवा, वाराणसी) ने भी मारपीट में हिस्सा लिया। गालियां देने के बाद सभी आरोपियों ने रमेश राय पर लात-घूंसों से हमला कर दिया। पीड़िता ने बताया कि जब उन्होंने बचाने की कोशिश की, तो उन्हें और उनके बेटे को भी लाठी-डंडों से पीटा गया। मारपीट के दौरान रमेश राय की नाक से खून बहने लगा। शोर-शराबा सुनकर आस-पड़ोस के लोग पहुंचे तो आरोपियों ने जान से मारने की धमकी देते हुए वहां से भाग खड़े हुए।
पीड़िता का कहना है कि घटना की सूचना तुरंत 112 नंबर पर दी गई। इसके बावजूद पुलिस ने अब तक उनकी तहरीर पर मुकदमा दर्ज नहीं किया। उल्टा, आरोप है कि पुलिस ने विपक्षी पक्ष के प्रार्थना पत्र पर तेजी दिखाते हुए नन्हकू शर्मा, सूरज राय और धनिश नामक व्यक्तियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया। इस कार्रवाई से पीड़ित परिवार और स्थानीय लोगों में असंतोष है और यह मामला चर्चा का विषय बन गया है।
इस संबंध में राजातालाब चौकी प्रभारी रोहित दूबे और थानाध्यक्ष राजातालाब राजू कुमार का कहना है कि एसीपी स्तर से आदेश मिलने के बाद ही पीड़िता की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया जाएगा। हालांकि सवाल उठ रहा है कि वास्तविक पीड़ित की शिकायत को दरकिनार कर बाहर से आए विपक्षियों की तहरीर पर तत्काल एफआईआर दर्ज करना आखिर क्यों जरूरी समझा गया।
गुड़िया राय ने मामले को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, डीजीपी लखनऊ, पुलिस आयुक्त वाराणसी मोहित अग्रवाल, पुलिस उपायुक्त गोमती जोन आकाश पटेल, अपर पुलिस उपायुक्त गोमती जोन वैभव बांगर, सहायक पुलिस आयुक्त राजातालाब अजय कुमार श्रीवास्तव और थाना अध्यक्ष राजातालाब राजू कुमार से न्याय की गुहार लगाई है।
पीड़िता का कहना है कि जब तक उनकी शिकायत पर निष्पक्ष कार्रवाई नहीं होगी, वे न्याय के लिए संघर्ष जारी रखेंगी। वहीं, क्षेत्रीय लोग भी पुलिस की इस एकतरफा कार्रवाई से नाराज़ हैं और पारदर्शी जांच की मांग कर रहे हैं।