Mon, 08 Sep 2025 14:31:28 - By : Shriti Chatterjee
वाराणसी: गंगा स्नान और पूजा के लिए आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए योगी सरकार जल्द ही एक नई पहल शुरू करने जा रही है। गंगा के घाटों पर षट्कोणीय आकार की मल्टीपर्पज फ्लोटिंग जेटी बनाई जाएगी। इन जेटियों पर श्रद्धालु कपड़े बदलने के लिए चेंजिंग रूम का उपयोग कर सकेंगे और मां गंगा की पूजा भी यहीं कर पाएंगे। यह व्यवस्था सुरक्षा और पर्यावरणीय संतुलन को ध्यान में रखकर तैयार की जा रही है।
काशी में गंगा स्नान, गंगा पूजा और बाबा विश्वनाथ के दर्शन की परंपरा सदियों पुरानी है। इसे सहज और सुविधाजनक बनाने के लिए सरकार ने आधुनिक तकनीक का सहारा लिया है। फ्लोटिंग जेटी पर चेंजिंग रूम के सफल प्रयोग के बाद अब इन्हीं जेटियों पर पूजा स्थल भी तैयार किया जाएगा। स्मार्ट सिटी के मुख्य महाप्रबंधक अमरेंद्र तिवारी ने बताया कि गंगा के घाटों पर चार विशेष फ्लोटिंग जेटी बनाई जाएंगी। इनका डिजाइन षट्कोणीय रखा गया है ताकि गंगा के जल प्रवाह पर न्यूनतम प्रभाव पड़े और यह आसपास की स्थापत्य कला से भी मेल खाए।
स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट मैनेजर सुमन राय ने जानकारी दी कि प्रत्येक फ्लोटिंग जेटी पर चार चेंजिंग रूम होंगे। साथ ही पूजा स्थल पर शेड बनाया जाएगा ताकि श्रद्धालु धूप और बारिश से सुरक्षित रह सकें। सुरक्षा की दृष्टि से डबल रेलिंग लगाई जाएगी। जेटियों को पानी में स्थिर रखने के लिए डबल लेयर एचडीपीई पांटून तकनीक का इस्तेमाल होगा। तीर्थयात्री इन्हीं जेटियों से नाव पर चढ़ और उतर सकेंगे जिससे यात्रा और भी आसान हो जाएगी।
अमरेंद्र तिवारी ने बताया कि गंगा का जलस्तर कम होते ही फ्लोटिंग जेटी का निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा। एक जेटी लगभग 73 वर्ग मीटर क्षेत्रफल में बनाई जाएगी और इसकी लागत करीब 1.87 करोड़ रुपये होगी। यह प्रोजेक्ट आधुनिक तकनीक और पारंपरिक आस्था के मेल का अनूठा उदाहरण होगा। जेटी का डिजाइन इस प्रकार रखा गया है कि गंगा की पवित्रता और पर्यावरणीय संतुलन पर कोई प्रतिकूल असर न पड़े। श्रद्धालुओं को स्नान और पूजा के लिए सुरक्षित और व्यवस्थित स्थान मिलने से काशी आने वालों की धार्मिक यात्रा और भी सरल और सुखद होगी।