Sat, 01 Nov 2025 14:52:42 - By : Garima Mishra
वाराणसी: देव दीपावली के अवसर पर काशी एक बार फिर असंख्य दीपों की रोशनी से जगमगाने को तैयार है। इस दौरान लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ गंगा घाटों पर उमड़ेगी। भारी जनसमूह और नावों की बढ़ती संख्या को देखते हुए जिला प्रशासन और कमिश्नरेट पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था को लेकर व्यापक तैयारियां शुरू कर दी हैं। अधिकारियों की संयुक्त टीमें घाटों पर लगातार निरीक्षण कर रही हैं ताकि पांच नवंबर को होने वाले इस भव्य आयोजन में कोई अव्यवस्था न हो।
गंगा की लहरों पर दीपों की झिलमिलाहट के बीच सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए गंगा नदी में पांच किलोमीटर तक जेटी से बैरिकेडिंग की जा रही है। प्रयागराज से शुक्रवार को पहली जेटी रविदास घाट पहुंच गई है, जबकि बाकी जेटियां रविवार तक आ जाएंगी। अस्सी घाट से नमो घाट तक इस बैरिकेडिंग के माध्यम से क्रूज और मोटरबोट के संचालन के लिए तय रूट बनाया जा रहा है। हर एक किलोमीटर की दूरी पर मार्ग में कट लगाए जाएंगे ताकि कोई भी नाव निर्धारित क्षेत्र से बाहर न जा सके।
चार नवंबर की रात से गंगा में नया डायवर्जन प्लान लागू किया जाएगा। छोटी नावों यानी हाथ से चलने वाली नावों पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। बैरिकेडिंग के अंदर ही मोटरबोट और क्रूज का संचालन होगा। जल पुलिस, एनडीआरएफ और जिला प्रशासन के अधिकारियों के बीच समन्वय बैठक में सुरक्षा, यातायात और नाव संचालन से जुड़े अन्य निर्णय भी लिए जाएंगे। जल पुलिस प्रभारी राजकिशोर पांडेय के अनुसार, देव दीपावली के दिन बाहरी मोटरबोट और बजड़े को गंगा में प्रवेश नहीं दिया जाएगा। क्रूज और मोटरबोट के लिए निर्धारित रूट तय किया जा रहा है ताकि किसी प्रकार की अव्यवस्था न हो।
इस वर्ष गंगा में लगभग 1200 मोटरबोट और बजड़े तथा 20 क्रूज के संचालन की योजना बनाई गई है। क्रूज की लगभग 95 प्रतिशत बुकिंग पूरी हो चुकी है। मांझी समाज ने प्रशासन को सुझाव दिया है कि गंगा में बढ़े हुए जलस्तर को देखते हुए क्रूज का संचालन रेत की तरफ या नमो घाट से किया जाए। सभी प्रमुख घाटों की नावों को उनके निर्धारित घाटों पर ही रोका जाए ताकि यातायात और सुरक्षा व्यवस्था बनी रहे।
देव दीपावली के दिन घाटों की सुंदरता बढ़ाने के साथ-साथ सुरक्षा को भी प्राथमिकता दी जा रही है। दशाश्वमेध, अस्सी, नमो घाट, पंचगंगा घाट जैसे प्रमुख स्थलों पर आरती के समय कोई नाव किनारे नहीं खड़ी होगी। सभी नावें जेटी से बने बैरिकेडिंग के भीतर ही संचालित होंगी। चेतसिंह किला घाट के पास बैरिकेडिंग नहीं होगी ताकि सुरक्षा कर्मी और रेस्क्यू टीम आसानी से आवाजाही कर सकें।
देव दीपावली के दौरान ट्रैफिक व्यवस्था को भी सुव्यवस्थित करने के लिए पुलिस ने विशेष डायवर्जन लागू किया है। पांच नवंबर को रामनगर और कोतवाली सर्किल में मालवाहक वाहनों की आवाजाही पर रोक रहेगी। पुलिस आयुक्त रघुवीर लाल के निर्देश पर एडीसीपी यातायात अंशुमान मिश्रा ने बताया कि सभी मालवाहक वाहनों को पांच नवंबर की सुबह 11 बजे तक ही शहर क्षेत्र से गुजरने की अनुमति होगी। इसके बाद प्रतिबंधित क्षेत्र में प्रवेश करने वाले वाहनों पर सीज की कार्रवाई की जाएगी।
इस वर्ष गंगा का जलस्तर सामान्य से अधिक होने के कारण सुरक्षा बलों ने अतिरिक्त सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं। दो नवंबर को जिला प्रशासन, पुलिस, नगर निगम, स्मार्ट सिटी, पर्यटन और जल पुलिस की संयुक्त बैठक में सभी व्यवस्थाओं को अंतिम रूप दिया जाएगा। गंगा के बीच में बनाई जा रही बैरिकेडिंग और नाव संचालन योजना के माध्यम से श्रद्धालुओं को सुरक्षित, सुचारू और यादगार देव दीपावली का अनुभव दिलाने की तैयारी पूरी है।