वाराणसी: 72वीं वॉलीबॉल चैंपियनशिप, महापौर-डिप्टी सीएम ने पीएम मोदी को दिया निमंत्रण

वाराणसी के सिगरा स्टेडियम में 4 जनवरी 2026 से 72वीं राष्ट्रीय वॉलीबॉल चैंपियनशिप होगी, पीएम मोदी को निमंत्रण दिया गया।

Fri, 26 Dec 2025 21:40:15 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA

वाराणसी/नई दिल्ली: धर्म, अध्यात्म और संस्कृति की शाश्वत नगरी काशी अब खेल जगत में एक ऐतिहासिक महाकुंभ की साक्षी बनने जा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजनरी प्रोजेक्ट 'खेलो इंडिया' से मिली प्रेरणा ने पूर्वांचल की खेल प्रतिभाओं और यहां के बुनियादी ढांचे को एक नई उड़ान दी है। इसी कड़ी में, आगामी 4 जनवरी 2026 से वाराणसी के सिगरा स्थित डॉ. संपूर्णानंद स्पोर्ट्स स्टेडियम में 72वीं सीनियर राष्ट्रीय वॉलीबॉल चैंपियनशिप (पुरुष एवं महिला) का भव्य आगाज होने जा रहा है। इस प्रतिष्ठित आयोजन को ऐतिहासिक और अविस्मरणीय बनाने के उद्देश्य से शुक्रवार को एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम में आयोजन समिति के अध्यक्ष व वाराणसी के महापौर अशोक कुमार तिवारी और उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री व यूपी वॉलीबॉल संघ के अध्यक्ष बृजेश पाठक ने नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से शिष्टाचार भेंट की।

देश की राजधानी में हुई इस उच्च स्तरीय मुलाकात के दौरान महापौर और डिप्टी सीएम ने प्रधानमंत्री को औपचारिक रूप से चैंपियनशिप का आमंत्रण पत्र सौंपा। यह क्षण काशी के लिए गौरवशाली रहा, जब प्रधानमंत्री ने न केवल आमंत्रण स्वीकार किया, बल्कि इस आयोजन के लिए अपनी विशेष शुभकामनाएं भी दीं। प्रधानमंत्री ने चर्चा के दौरान कहा कि काशी में इस स्तर की राष्ट्रीय प्रतियोगिता का होना युवाओं के लिए बेहद प्रेरणादायक है और यह आयोजन क्षेत्र की खेल संस्कृति में एक मील का पत्थर साबित होगा। यह पहला अवसर है जब पूर्वांचल की धरती पर वॉलीबॉल का इतना बड़ा राष्ट्रीय मंच सज रहा है, जो सीधे तौर पर काशी की बदलती तस्वीर और यहां विकसित हुए विश्व स्तरीय खेल इंफ्रास्ट्रक्चर की गवाही देता है।

सिगरा स्टेडियम, जो अब आधुनिक सुविधाओं से लैस हो चुका है, 4 से 11 जनवरी 2026 तक देश भर के खिलाड़ियों के जोश और जुनून का केंद्र रहेगा। आयोजन समिति ने इस चैंपियनशिप को केवल एक प्रतियोगिता तक सीमित न रखकर इसे 'खेल उत्सव' का रूप देने की तैयारी की है। चैंपियनशिप की भव्यता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इसमें देश के कोने-कोने से 73 टीमें (पुरुष और महिला वर्ग) हिस्सा ले रही हैं। कश्मीर से कन्याकुमारी तक के 1000 से अधिक राष्ट्रीय स्तर के धाकड़ खिलाड़ी जब काशी के आंगन में अपना दमखम दिखाएंगे, तो नजारा लघु भारत जैसा होगा। खिलाड़ियों के ठहरने, अभ्यास और मैचों के लिए अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जा रही हैं, ताकि मेजबानी में 'अतिथि देवो भव:' की परंपरा का पूर्ण निर्वाह हो सके।

इस आयोजन में स्थानीय संस्कृति और आधुनिक तकनीक का अनूठा संगम देखने को मिलेगा। चैंपियनशिप को काशी की माटी से जोड़ने के लिए शुभंकरों (Mascots) का चयन बेहद संवेदनशीलता के साथ किया गया है। भगवान शिव के प्रिय नंदी से प्रेरित 'नंदू' और मोक्षदायिनी गंगा की पहचान 'नीरा' (गंगा डॉल्फिन) को इस महाकुंभ का आधिकारिक शुभंकर बनाया गया है, जो खिलाड़ियों का उत्साह बढ़ाते नजर आएंगे। वहीं, खेल की शुचिता और पारदर्शिता बनाए रखने के लिए सख्त कदम उठाए गए हैं। प्रतियोगिता के दौरान खिलाड़ियों का औचक 'एंटी-डोपिंग टेस्ट' किया जाएगा। इसके अलावा, जो खेल प्रेमी स्टेडियम तक नहीं पहुंच सकेंगे, उनके लिए सभी रोमांचक मुकाबलों का सीधा प्रसारण यूट्यूब चैनल के माध्यम से किया जाएगा, जिससे देश-दुनिया में बैठे दर्शक इस रोमांच से जुड़ सकेंगे।

केरल में लाल दुर्ग का पतन, तिरुवनंतपुरम में खिला कमल, वी.वी. राजेश बने मेयर

लखनऊ: गुरु गोविंद सिंह जयंती पर 27 दिसंबर को घोषित हुआ, सार्वजनिक अवकाश

आयुष्मान भारत योजना में डिजिटल सेंधमारी का खुलासा, STF ने 7 जालसाज दबोचे

वाराणसी: 72वीं वॉलीबॉल चैंपियनशिप, महापौर-डिप्टी सीएम ने पीएम मोदी को दिया निमंत्रण

चंदौली: रामनगर रोड पर गरजा प्रशासन का बुलडोजर, वर्षों से अवैध रूप से संचालित मांस की दुकानें हुई, जमींदोज