Mon, 22 Sep 2025 11:19:36 - By : Garima Mishra
वाराणसी : शहर में जारी सड़क निर्माण और मरम्मत कार्य लोगों के लिए राहत से ज्यादा परेशानी का सबब बन रहे हैं। कई इलाकों में सड़कें अधूरी छोड़ दी गई हैं, जिससे वाहन चालकों और राहगीरों को आए दिन दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। स्थिति यह है कि तीन जगह सड़कें आधी-अधूरी बनी हैं तो दो जगहों पर केवल चौथाई हिस्सा बनाकर ही काम रोक दिया गया है।
रवींद्रपुरी में पद्मश्री के पास, मंडुवाडीह और सिगरा क्षेत्र में आधी बनी सड़कों पर रोजाना जाम और धूल से लोग त्रस्त हैं। वहीं सिद्धगिरीबाग और सोनिया में चौथाई सड़क का ही निर्माण हुआ है। इन अधूरी सड़कों के कारण वहां से गुजरना न केवल कठिन है बल्कि लगातार हादसों की आशंका भी बनी रहती है। इसी तरह पुलिस लाइन से ताज होटल और लहरतारा से रविदास घाट तक की सड़कों की मरम्मत भी आधे अधूरे हालात में छोड़ दी गई है।
स्थिति इतनी बिगड़ चुकी है कि नदेसर इलाके में इमलाक कॉलोनी के पास सड़क का एक हिस्सा धंस गया। गड्ढे के चारों ओर पुलिस ने बैरिकेडिंग कराई ताकि कोई हादसा न हो सके। खास बात यह है कि इसी मार्ग से रोजाना वीआईपी आवागमन भी होता है, जिससे सवाल उठ रहे हैं कि जब मुख्य मार्ग का यह हाल है तो बाकी इलाकों में हालात कितने खराब होंगे।
पीडब्ल्यूडी अधिकारियों का कहना है कि नियमों के अनुसार सड़क खोदने के लिए अनुमति लेना जरूरी है, लेकिन कई एजेंसियां मनमाने ढंग से खुदाई करती रहती हैं। इस वजह से शहर की बड़ी सड़कों से लेकर कॉलोनियों और गलियों तक जगह-जगह गड्ढे बने हुए हैं। धूल और कीचड़ से लोग परेशान हैं और देर से पैचिंग किए जाने के कारण समस्या और गंभीर हो गई है।
नदेसर, सिगरा, रथयात्रा, तेलियाबाग और फातमान रोड सहित कई जगहों पर पाइपलाइन बिछाने का काम किया जा रहा है। वहीं कैंट से भेलूपुर, लहुराबीर से मैदागिन, नई सड़क, लक्सा, लंका और सुंदरपुर-डीरेका मार्ग पर भूमिगत बिजली की केबल डालने के लिए खुदाई की गई है। लेकिन इन कार्यों के बाद सड़कों को समय पर ठीक नहीं किया गया।
इसी तरह जल निगम की ओर से पेयजल और सीवेज पाइपलाइन बिछाने का काम पहड़िया-बेला मार्ग और चौकाघाट इलाके में किया गया है। लेकिन वहां भी खुदाई के बाद गड्ढे वैसे ही पड़े हैं। स्थानीय लोग लगातार शिकायत कर रहे हैं कि अधूरी और टूटी-फूटी सड़कों पर सफर करना बेहद खतरनाक हो चुका है। इसके बावजूद प्रशासन और जिम्मेदार विभाग समस्या के स्थायी समाधान में नाकाम साबित हो रहे हैं।
शहरवासियों का कहना है कि अधूरे कार्य और लापरवाही ने वाराणसी की सड़कों को यातायात का जाल बना दिया है। नवरात्रि और अन्य त्योहारों के समय जब आवागमन और बढ़ेगा, तब यह स्थिति और विकराल रूप ले सकती है। लोगों की मांग है कि सरकार और विभागीय अधिकारी तुरंत कार्रवाई करें और अधूरे सड़क निर्माण कार्य को जल्द से जल्द पूरा कराएं ताकि वाराणसी की सड़कों पर सामान्य जीवन पटरी पर लौट सके।