Sat, 18 Oct 2025 11:44:19 - By : Garima Mishra
वाराणसी: वाराणसी के जिला कारागार में बंद महिला कैदी इस समय दीपोत्सव के लिए विशेष रूप से दीये बनाने में जुटी हुई हैं। जिला कारागार प्रशासन और यूथ विथ ए मिशन नामक एनजीओ के सहयोग से लगभग बीस महिला कैदी गाय के गोबर और गंगा की मिट्टी से दीये तैयार कर रही हैं। ये दीये इस वर्ष अयोध्या में आयोजित दीपोत्सव में जलाए जाएंगे।
जेल अधीक्षक सौरभ श्रीवास्तव के अनुसार, इन महिलाओं का कोई आर्थिक या व्यक्तिगत लक्ष्य नहीं है। उनका उद्देश्य सिर्फ शिव की नगरी से राम की नगरी को जोड़ना है। इसके लिए उन्होंने यह विशेष प्रतिज्ञा ली थी, जो अब पूरी होती दिखाई दे रही है। इनमें कुछ महिलाएं चंदौली जिले की हैं और कुछ वाराणसी जनपद से। प्रतिदिन ये महिलाएं मेहनत करके सौ से अधिक दीये बना रही हैं, ताकि 19 अक्टूबर को अयोध्या में दीपोत्सव के दौरान ये रौशन हो सकें।
पिछले पांच दिनों से चल रही इस गतिविधि में महिला कैदियों ने न केवल शिल्प कौशल दिखाया है, बल्कि उन्हें समाज की मुख्य धारा से जुड़ने का भी अवसर मिला है। जेल अधीक्षक ने बताया कि दीया बनाने की अनुमति केवल इसलिए नहीं दी गई कि उनका नाम प्रकाशित हो, बल्कि यह उन्हें रोजगार और सकारात्मक गतिविधियों में शामिल होने का अनुभव भी दे रही है। अभी तक भारी संख्या में दीये तैयार किए जा चुके हैं, और गिनती जारी है।
यह पहल यह संदेश देती है कि समाज के सबसे कठिन हालात में भी सकारात्मक और रचनात्मक गतिविधियों के माध्यम से बदलाव लाया जा सकता है। महिला कैदियों का यह प्रयास अयोध्या के दीपोत्सव को विशेष रूप से अर्थपूर्ण बनाने में योगदान दे रहा है।