वाराणसी में एंटी करप्शन टीम की बड़ी कार्रवाई, 30 हजार रिश्वत लेते जेई गिरफ्तार

वाराणसी में एंटी करप्शन टीम ने नलकूप कनेक्शन की रिपोर्ट पास करने के लिए 30 हजार रुपये रिश्वत लेते जेई सत्येंद्र कुमार को रंगेहाथ गिरफ्तार किया।

Wed, 24 Sep 2025 18:00:34 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA

वाराणसी: भ्रष्टाचार के खिलाफ लगातार अभियान चला रही एंटी करप्शन टीम ने बुधवार को बड़ागांव थाना क्षेत्र में एक बड़ी सफलता हासिल की। टीम ने अनेई विद्युत उपकेंद्र में तैनात जूनियर इंजीनियर (JE) सत्येंद्र कुमार को 30 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ पकड़ लिया। यह कार्रवाई काजीसराय स्थित इंडियन ऑयल पेट्रोल पंप के पास की गई, जहां टीम ने घेराबंदी कर आरोपी जेई को धर दबोचा।

मामले की शुरुआत शिकायतकर्ता चंद्रभान सिंह की लिखित शिकायत से हुई थी। चंद्रभान सिंह ने एंटी करप्शन विभाग को बताया कि सत्येंद्र कुमार ने उनके नलकूप कनेक्शन की रिपोर्ट पास कराने के लिए 30 हजार रुपये की मांग की थी। किसान वर्ग से जुड़े चंद्रभान ने इस दबाव को स्वीकार करने के बजाय सीधे एंटी करप्शन टीम से संपर्क किया। शिकायत की पुष्टि होने के बाद विभाग ने योजनाबद्ध तरीके से जाल बिछाया और बुधवार दोपहर आरोपी जेई को रिश्वत लेते समय गिरफ्तार कर लिया।

सूत्रों के मुताबिक, एंटी करप्शन टीम ने कार्रवाई से पहले पूरे घटनाक्रम पर बारीकी से निगरानी रखी। तय योजना के तहत शिकायतकर्ता से आरोपी को रकम सौंपने को कहा गया और जैसे ही सत्येंद्र कुमार ने रिश्वत की रकम ली, टीम ने मौके पर पहुंचकर उसे गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद मौके से बरामद नकदी को सबूत के तौर पर जब्त कर लिया गया।

गिरफ्तार जेई सत्येंद्र कुमार मूल रूप से चंदौली जिले के अलीनगर थाना क्षेत्र के कोरी गांव का रहने वाला बताया जा रहा है। फिलहाल उसे पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है और आगे की कार्रवाई के लिए एंटी करप्शन टीम ने मामला दर्ज कर लिया है।

इस घटना के बाद इलाके के किसानों और आम लोगों में एंटी करप्शन टीम की सक्रियता की सराहना हो रही है। ग्रामीणों का कहना है कि इस तरह की कार्रवाई से विभागीय भ्रष्टाचार पर लगाम लगेगी और अधिकारियों-कर्मचारियों में भय का वातावरण बनेगा। वहीं, स्थानीय प्रशासन का मानना है कि यह कदम अन्य कर्मचारियों के लिए भी कड़ा संदेश है कि शिकायत पर सख्त और त्वरित कार्रवाई की जाएगी।

भ्रष्टाचार की घटनाओं से आए दिन परेशान जनता को इस सफलता ने एक नई उम्मीद दी है। अब देखने वाली बात यह होगी कि आगे इस मामले में विभागीय स्तर पर क्या कदम उठाए जाते हैं और आरोपी जेई के खिलाफ किस तरह की कानूनी कार्यवाही आगे बढ़ाई जाती है।

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