Mon, 29 Sep 2025 21:33:33 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA
वाराणसी: रामनगर/पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड (पीवीवीएनएल) के वाराणसी क्षेत्र में सोमवार को बड़ा प्रशासनिक कदम उठाया गया। कैंट विधायक सौरभ श्रीवास्तव की शिकायत पर निगम के मुख्य अभियंता (वितरण) राकेश कुमार ने रामनगर विद्युत केंद्र पर तैनात अवर अभियंता राजीव कुमार कौशिक को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया।
विधायक की शिकायत के बाद जांच
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, विधायक सौरभ श्रीवास्तव ने 28 सितंबर 2025 को अवर अभियंता राजीव कौशिक के कार्य व्यवहार और उपभोक्ता सेवाओं में गंभीर लापरवाही की शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत में यह आरोप लगाया गया था कि अवर अभियंता उपभोक्ता सेवा केंद्र, समेत कई स्थानों पर अपने दायित्वों का निर्वहन सही ढंग से नहीं कर रहे थे।
शिकायत पर संज्ञान लेते हुए मुख्य अभियंता (वितरण) राकेश कुमार ने 29 सितंबर को आदेश जारी किया। आदेश में कहा गया है कि आरोप प्रथम दृष्टया सही पाए जाने के बाद राजीव कुमार कौशिक को तत्काल निलंबित किया जाता है।
निलंबन अवधि का मुख्यालय तय
आदेश के मुताबिक, निलंबन की अवधि में अभियंता राजीव कौशिक का मुख्यालय अधीक्षण अभियंता (वितरण), विद्युत वितरण खंड-चेतगंज, वाराणसी रहेगा। उन्हें इस दौरान किसी भी परिस्थिति में मुख्यालय से बाहर जाने की अनुमति नहीं होगी और विभागीय जांच में सहयोग करना अनिवार्य होगा।
मुख्य अभियंता का हस्ताक्षरित आदेश
मुख्य अभियंता राकेश कुमार द्वारा हस्ताक्षरित इस आदेश की प्रति कई महत्वपूर्ण अधिकारियों को भेजी गई है। इनमें प्रबंध निदेशक, पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड प्रयागराज, अधीक्षण अभियंता (वितरण) वाराणसी, अधिशासी अभियंता, अधीक्षण अभियंता मानव संसाधन प्रयागराज, एवं संबंधित लेखाधिकारी शामिल हैं।
विधायक ने जताया संतोष
कैंट विधायक सौरभ श्रीवास्तव ने कहा कि जनता की समस्याओं की अनदेखी किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने विभाग द्वारा त्वरित कार्रवाई किए जाने पर संतोष व्यक्त किया और उम्मीद जताई कि इससे उपभोक्ताओं को बेहतर सुविधा मिलेगी।
उपभोक्ताओं में संतोष, विभाग में सख्ती का संदेश
इस कार्रवाई के बाद उपभोक्ताओं में सकारात्मक प्रतिक्रिया देखने को मिली है। उनका कहना है कि शिकायतों पर शीघ्र कार्रवाई होने से पारदर्शिता और जवाबदेही बढ़ेगी। वहीं विभागीय कर्मियों पर भी कार्यसंस्कृति और जिम्मेदारी को लेकर अनुशासन बनाए रखने का दबाव बढ़ेगा।
इस तरह एक विधायक की शिकायत से शुरू हुई कार्रवाई ने विभागीय लापरवाही पर सख्त रुख का संकेत दिया है। यह कदम न सिर्फ उपभोक्ताओं के लिए राहत का संदेश है बल्कि अधिकारियों और कर्मचारियों को भी चेतावनी है कि लापरवाही अब भारी पड़ सकती है।