Wed, 10 Dec 2025 19:24:54 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA
वाराणसी: शहर के लंका क्षेत्र से एक बेहद संगीन एवं संगठित आपराधिक मामले का पर्दाफाश हुआ है। लंका पुलिस ने कूटरचित दस्तावेज़ों के आधार पर गैंगरेप के फर्जी मुकदमे में फंसाने की धमकी देकर 50 लाख रुपये की भारी भरकम रंगदारी मांगने वाले शातिर अपराधी को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी न सिर्फ अकेले काम करता था, बल्कि पुलिस की जांच में यह भी सामने आया कि वह एक संगठित गिरोह का संचालन कर वर्षों से लोगों को धमकाकर, फर्जी आरोपों में फंसाने की साजिश रचकर मोटी रकम वसूलता रहा है।
पुलिस के अनुसार 9 दिसंबर को पीड़ित की ओर से थाना लंका में एक विस्तृत प्रार्थना पत्र दाखिल किया गया था। इसमें बताया गया कि कुछ लोग संगठित गिरोह बनाकर उसके और उसके पुत्र के रास्ते में घात लगाकर खड़े हो जाते थे और आए दिन जान से मारने की धमकियां देते थे। इतना ही नहीं, गिरोह के सदस्यों ने पीड़ित परिवार को फर्जी गैंगरेप केस में फंसाने की धमकी देते हुए उनसे 50 लाख रुपये की रंगदारी की मांग की थी। पीड़ित द्वारा प्रस्तुत किए गए आरोपों की गंभीरता का संज्ञान लेते हुए लंका थाने के प्रभारी निरीक्षक ने तत्काल प्रभाव से जांच आरंभ की।
प्रार्थना पत्र मिलते ही पुलिस ने तेजी दिखाते हुए इस प्रकरण में मु.अ.सं.0518/2025धारा111(3)/351(3)/308(5)/126(2) बीएनएस के तहत मुकदमा दर्ज किया। इसके बाद पुलिस टीम ने सर्विलांस से प्राप्त सटीक जानकारी के आधार पर मंडुवाडीह चौराहे के पास से मुख्य आरोपी शेख अजदर हुसैन, निवासी वैष्णो नगर मंडुवाड़ीह को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में कई चौंकाने वाली जानकारियां सामने आईं।
जांच में यह स्पष्ट हुआ कि इस रंगदारी गिरोह में दो अन्य व्यक्ति जुबरान शेख, पुत्र शेख अजदर हुसैन, तथा आफ़ताब उर्फ बादल, पुत्र अख्तर हुसैन, निवासी साकेत नगर कॉलोनी, नरिया, भी शामिल हैं। इन दोनों के खिलाफ भी मामले में अभियोग पंजीकृत कर पुलिस कानूनी कार्रवाई में जुट गई है, जबकि अन्य अज्ञात सहयोगियों की तलाश पूरी गंभीरता से की जा रही है।
सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि गिरफ्तार आरोपी शेख अजदर हुसैन का आपराधिक रिकॉर्ड अत्यंत लंबा और गंभीर है। वाराणसी के कई थानों में उसके खिलाफ धोखाधड़ी, जालसाजी, रंगदारी, अपहरण, दुष्कर्म, गैंगेस्टर एक्ट सहित कुल 14 संगीन मुकदमे पहले से दर्ज हैं। इन मामलों में 419, 420, 467, 468, 471, 376D, 384, 504, 506 और गैंगेस्टर एक्ट जैसी गंभीर धाराएं शामिल हैं। यह अपराधी वर्षों से ठगी, धमकी और फर्जी दस्तावेज़ के जरिए लोगों को प्रताड़ित कर रकम ऐंठने का काम करता रहा है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार आरोपी बेहद शातिर तरीके से लोगों की सामाजिक प्रतिष्ठा और भय का फायदा उठाकर उन्हें तथाकथित ‘कानूनी जाल’ में फंसाने की धमकी देता था और इसके बदले भारी मात्रा में राशि वसूलता था। इस गिरफ्तारी के बाद पुलिस को उम्मीद है कि क्षेत्र में लंबे समय से सक्रिय इस गिरोह के अन्य सदस्य भी जल्द पकड़ में आएंगे।
इस बड़ी सफलता में थाना लंका प्रभारी निरीक्षक राजकुमार के नेतृत्व में गठित टीम में उपनिरीक्षक शिवाकर मिश्रा, कांस्टेबल अमित शुक्ला, कृष्णकांत पांडेय, पवन यादव, सूरज सिंह तथा सर्विलांस सेल के प्रशांत तिवारी ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। टीम ने लगातार तकनीकी निगरानी, मुखबिरों से प्राप्त सूचनाओं और कड़ी निगरानी के बाद आरोपी को गिरफ़्तार कर पूरी साजिश का खुलासा किया।
लंका पुलिस की इस कार्रवाई को वाराणसी में संगठित अपराध और रंगदारी मांगने वाले गिरोहों के खिलाफ एक बेहद महत्वपूर्ण सफलता माना जा रहा है। पुलिस अब इस पूरे नेटवर्क की गहराई से जांच कर रही है ताकि इस गिरोह से जुड़े सभी अपराधियों को विधि के अनुसार कठोर कार्रवाई के दायरे में लाया जा सके।