Mon, 22 Sep 2025 13:39:39 - By : Garima Mishra
वाराणसी: वकीलों और पुलिस के बीच पिछले सप्ताह से चला आ रहा विवाद अब कम होता दिखाई दे रहा है। सोमवार को कचहरी खुलने के साथ ही यहां का माहौल सामान्य और तनावमुक्त रहा। लंबे समय बाद वकील अपनी पेशेवर जिम्मेदारियों पर ध्यान केंद्रित करते नजर आए। यह स्थिति जिला और पुलिस प्रशासन तथा बार एसोसिएशन के बीच हुई बातचीत का परिणाम मानी जा रही है।
रविवार को बार एसोसिएशन की 11 सदस्यीय समिति और प्रशासनिक अधिकारियों की एक अहम बैठक हुई, जिसमें समिति ने पांच सूत्रीय मांग पत्र प्रस्तुत किया। इस दौरान पुलिस और जिला प्रशासन ने सभी मांगों पर सहमति जताई और कई मुद्दों पर स्पष्ट आश्वासन दिया। अधिकारियों ने कहा कि कचहरी परिसर में हुई घटना और बड़ागांव थाने में वकील मोहित सिंह के साथ हुई घटना की मजिस्ट्रियल जांच कराई जाएगी। साथ ही रथयात्रा चौराहे पर वकील शिव प्रताप सिंह के खिलाफ किसी भी तरह की उत्पीड़नात्मक कार्रवाई नहीं होगी। कचहरी में दर्ज मामलों में भी जांच रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की कार्यवाही की जाएगी।
सेंट्रल बार के अध्यक्ष मंगलेश कुमार दुबे और बनारस बार के अध्यक्ष सतीश तिवारी ने बताया कि वकीलों की सभी मांगों पर प्रशासन और पुलिस ने सकारात्मक रुख अपनाया है। उन्होंने कहा कि आपसी संवाद से ही विवादों का समाधान संभव है और इसी दिशा में यह बैठक महत्वपूर्ण रही।
बैठक में लिए गए निर्णयों से वकीलों को अवगत कराने के लिए बार एसोसिएशन की ओर से एक और आम सभा बुलाई जाएगी। इसमें आगे की रणनीति पर विचार किया जाएगा। समिति ने माना कि इन फैसलों से न केवल वकीलों के कार्य में सुगमता आएगी बल्कि न्यायालयीन प्रक्रिया भी पहले की तरह सुचारू रूप से चल सकेगी।
कचहरी के सामान्य माहौल में लौटने से यह स्पष्ट है कि प्रशासन और वकीलों के बीच सहयोग और भरोसे का माहौल बन रहा है। आने वाले दिनों में दोनों पक्षों के बीच इस संवाद को और मजबूत करने पर जोर रहेगा ताकि किसी भी विवाद की स्थिति में समाधान तुरंत खोजा जा सके। इस दिशा में उठाए गए कदम न्यायिक कार्यवाही और जनता दोनों के लिए सकारात्मक परिणाम लेकर आएंगे।