Sun, 02 Nov 2025 12:31:10 - By : Tanishka upadhyay
वाराणसी में देव दीपावली पर्व को भव्य और सुरक्षित बनाने की तैयारियां तेज हो चुकी हैं, लेकिन इन तैयारियों के बीच शहर के शीर्ष अधिकारियों की लापरवाही चर्चा का विषय बन गई है। सोमवार को मेयर अशोक तिवारी और नगर आयुक्त हिमांशु नागपाल ने नमो घाट से अस्सी घाट तक गंगा के घाटों की तैयारियों का निरीक्षण किया। इस दौरान दोनों अधिकारी गंगा की लहरों पर नाव से सफर करते दिखाई दिए, लेकिन उन्होंने लाइफ जैकेट नहीं पहनी। सुरक्षा के मानकों की यह अनदेखी सोशल मीडिया और स्थानीय लोगों के बीच चर्चा का कारण बन गई है।
नगर निगम और जिला प्रशासन बार-बार यह अपील कर चुके हैं कि घाटों पर नाव संचालन के दौरान सभी नाविक और यात्री लाइफ जैकेट पहनें। जल पुलिस और एनडीआरएफ की टीम भी लगातार इस नियम का पालन सुनिश्चित कराने में लगी हुई है। ऐसे में अधिकारियों द्वारा खुद ही इस गाइडलाइन का उल्लंघन करना कई सवाल खड़े करता है। सुरक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि गंगा में बढ़ते जलस्तर और अनियमित धारा के कारण लाइफ जैकेट पहनना अनिवार्य है, चाहे वह निरीक्षण ही क्यों न हो।
निरीक्षण के दौरान मेयर और नगर आयुक्त ने घाटों की सफाई, सिल्ट हटाने, सौंदर्यीकरण और प्रकाश व्यवस्था की स्थिति का भी जायजा लिया। महापौर अशोक तिवारी ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि सभी घाटों की सफाई निर्धारित समय सीमा के भीतर पूरी की जाए ताकि देव दीपावली के दौरान श्रद्धालुओं और पर्यटकों को किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े। उन्होंने यह भी कहा कि गंगा के सभी घाटों पर पर्याप्त रोशनी और स्वच्छता सुनिश्चित की जाए।
नगर आयुक्त हिमांशु नागपाल ने बताया कि देव दीपावली वाराणसी की सांस्कृतिक पहचान और गौरव का प्रतीक है। इस पर्व पर शहर के घाटों की सुंदरता, रोशनी और सजावट को और आकर्षक बनाने के लिए नगर निगम विशेष प्रयास कर रहा है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक घाट पर प्रकाश व्यवस्था, कचरा निस्तारण, सजावट और साफ-सफाई की व्यवस्थाओं को लेकर व्यापक कार्ययोजना बनाई गई है।
निरीक्षण के दौरान अधिकारियों ने डुमरावबाग कॉलोनी स्थित पार्क का भी भ्रमण किया और वहां के सौंदर्यीकरण, सफाई तथा प्रकाश व्यवस्था में सुधार के निर्देश दिए। हालांकि, पूरे निरीक्षण अभियान के दौरान अधिकारियों का बिना लाइफ जैकेट गंगा में जाना उनके सुरक्षा संदेशों के विपरीत नजर आया। इससे पहले भी कई नाव हादसों के बाद प्रशासन ने सख्ती से निर्देश जारी किए थे कि गंगा में किसी भी व्यक्ति को बिना लाइफ जैकेट के नाव पर सवारी की अनुमति नहीं दी जाएगी।
स्थानीय लोगों का कहना है कि जब अधिकारी खुद नियमों का पालन नहीं करेंगे तो आम जनता से इसकी उम्मीद कैसे की जा सकती है। देव दीपावली के नजदीक आते ही घाटों पर भीड़ बढ़ने लगी है, ऐसे में सुरक्षा मानकों की अनदेखी भविष्य में बड़ी समस्या बन सकती है। उम्मीद है कि आने वाले दिनों में नगर प्रशासन सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन सुनिश्चित करने पर अधिक सख्ती दिखाएगा ताकि काशी की देव दीपावली पूरी भव्यता और सुरक्षित माहौल में मनाई जा सके।