वाराणसी: मेरठ के लिए वंदेभारत एक्सप्रेस का शुभारंभ, यात्रियों को मिली बड़ी सौगात

वाराणसी से मेरठ के लिए पहली वंदेभारत एक्सप्रेस सेवा शुरू हुई, जिससे हजारों यात्रियों को सीधा और सुविधाजनक सफर मिलेगा।

Wed, 27 Aug 2025 10:06:10 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA

वाराणसी: पूर्वांचल की धार्मिक और सांस्कृतिक नगरी काशी से क्रांति की धरती मेरठ के बीच आज एक नया अध्याय जुड़ गया। मंगलवार सुबह वाराणसी कैंट स्टेशन से वंदेभारत एक्सप्रेस को पहली बार मेरठ के लिए रवाना किया गया। ट्रेन को प्लेटफार्म नंबर 7 से हरी झंडी दिखाकर राज्यमंत्री दयाशंकर मिश्र दयालु, महापौर अशोक तिवारी, कैंट विधायक सौरभ श्रीवास्तव, एमएलसी धर्मेंद्र सिंह और रेलवे अधिकारियों ने रवाना किया। इस मौके पर स्टेशन परिसर में उत्साह का माहौल देखने को मिला।

वाराणसी से मेरठ जाने वाली यह पहली सीधी ट्रेन है। अब तक यात्रियों को मेरठ पहुँचने के लिए लखनऊ या दिल्ली होकर लंबा रास्ता तय करना पड़ता था। नई सेवा मिलने के बाद हजारों यात्रियों को सीधे गंतव्य तक पहुंचने की सुविधा मिलेगी। गाड़ी संख्या 22489 वाराणसी कैंट से सुबह 9:10 बजे रवाना हुई, जो 11:42 बजे अयोध्या धाम जंक्शन, दोपहर 1:40 बजे लखनऊ और रात 9:05 बजे मेरठ सिटी पहुंचेगी। वहीं, गाड़ी संख्या 22490 मेरठ सिटी से सुबह 6:35 बजे चलकर दोपहर 1:45 बजे लखनऊ, शाम 3:55 बजे अयोध्या धाम और शाम 6:25 बजे वाराणसी कैंट पहुंचेगी।

रेलवे अधिकारियों ने बताया कि यात्रियों की लगातार बढ़ती मांग को देखते हुए मेरठ-लखनऊ वंदेभारत को अयोध्या होते हुए वाराणसी तक विस्तार दिया गया। धार्मिक और व्यावसायिक दृष्टि से यह सेवा यात्रियों के लिए वरदान साबित होगी।

राज्यमंत्री दयाशंकर मिश्र दयालु ने कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने काशी और पूर्वांचल को विकास की पटरी पर आगे बढ़ाने का जो संकल्प लिया है, यह ट्रेन उसी का साकार रूप है। यह सुविधा यात्रियों के साथ-साथ प्रदेश की आर्थिक और धार्मिक यात्रा को भी नई गति देगी।

महापौर अशोक तिवारी ने कहा, काशी अब सीधा मेरठ से जुड़ गया है। यह सिर्फ धार्मिक दृष्टि से ही नहीं, बल्कि व्यापार और पर्यटन की दृष्टि से भी बेहद अहम है। यह प्रधानमंत्री जी और रेल मंत्री की देन है, जिसके लिए हम आभार व्यक्त करते हैं।

कैंट विधायक सौरभ श्रीवास्तव ने सबको संबोधित करते हुए कहा की आज का दिन ऐतिहासिक है। काशीवासियों की लंबे समय से चली आ रही मांग पूरी हुई है। यह प्रधानमंत्री जी की दूरदृष्टि और जनता के प्रति उनकी प्रतिबद्धता का प्रमाण है।

एमएलसी धर्मेंद्र सिंह ने बताया की यह ट्रेन तीर्थयात्रियों और आम यात्रियों के लिए बड़ी राहत लेकर आई है। मेरठ से लेकर काशी तक का यह सीधा सफर क्षेत्रीय विकास की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा।

ट्रेन से सफर करने पहुंचे यात्रियों के चेहरे पर भी खुशी साफ झलक रही थी। व्यवसायी रमेश गुप्ता ने बताया, अब हमें दिल्ली या लखनऊ होकर चक्कर लगाने की जरूरत नहीं होगी। सीधी ट्रेन मिलने से समय और खर्च दोनों की बचत होगी।

श्रद्धालु महिला बुजुर्ग यात्री कंचन देवी ने कहा, की हम हर साल अयोध्या और मेरठ दर्शन के लिए जाते हैं। अब यात्रा और आसान हो गई है। यह प्रधानमंत्री जी की ओर से हमारे लिए बड़ी सौगात है।

छात्र आकाश, जो लखनऊ में पढ़ाई करते हैं, ने कहा कि अब घर से सीधा वंदेभारत पकड़कर लखनऊ पहुंचना बेहद आसान हो जाएगा। यह युवाओं के लिए बहुत बड़ा तोहफ़ा है।

उद्घाटन के मौके पर स्टेशन परिसर को सजाया गया था। सुबह से ही यात्रियों और जनप्रतिनिधियों का स्वागत करने के लिए तैयारियाँ पूरी कर ली गई थीं। एडीआरएम बृजेश कुमार यादव और स्टेशन डायरेक्टर अर्पित गुप्ता ने वीआईपी लाउंज में बैठक कर स्वागत व्यवस्था, खानपान, सुरक्षा और ट्रेन परिचालन से जुड़ी तैयारियों की गहन समीक्षा की।

मेरठ से वाराणसी तक सीधी वंदेभारत एक्सप्रेस न केवल यात्रा को आसान बनाएगी बल्कि तीर्थाटन, व्यापार और पर्यटन को भी बढ़ावा देगी। मेरठ की धरती, जिसे 1857 की पहली आज़ादी की लड़ाई का केंद्र माना जाता है, अब काशी और अयोध्या जैसे धार्मिक महत्व वाले नगरों से जुड़ गई है।

इस समय वाराणसी से दिल्ली के लिए दो और आगरा के लिए एक वंदेभारत एक्सप्रेस पहले से संचालित हो रही है। अब मेरठ-वाराणसी वंदेभारत के जुड़ने से काशी के खाते में एक और उपलब्धि दर्ज हो गई है। इसमें कोई संदेह नहीं कि यह कदम पूर्वांचल की प्रगति और कनेक्टिविटी को नई दिशा देगा।

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