Sat, 11 Oct 2025 11:07:52 - By : Shriti Chatterjee
वाराणसी: नगर निगम कार्यकारिणी की बैठक से पहले शुक्रवार को परिसर में अफरातफरी और अव्यवस्था देखने को मिली। पार्किंग को लेकर शुरू हुआ मामूली विवाद देखते ही देखते तकरार में बदल गया। मामला उस समय बढ़ गया जब कार्यकारिणी के सदस्य पार्षद हनुमान प्रसाद के बेटे और सुरक्षा कर्मी के बीच कहासुनी हो गई। बीच-बचाव करने पहुंचे होमगार्ड गणेश दत्त शुक्ला और कार्यकारिणी के उपसभापति नरसिंह बाबा के बीच भी बहस हो गई। आरोप है कि इसी दौरान नरसिंह बाबा ने होमगार्ड को धक्का दे दिया जिससे वह जमीन पर गिर पड़े।
घटना की सूचना मिलते ही नगर निगम के मुख्य प्रवेश द्वार पर कर्मचारियों की भीड़ जमा हो गई। वहीं पूरे परिसर में कुछ देर तक हंगामे का माहौल बना रहा।
उपसभापति नरसिंह बाबा ने आरोपों को सिरे से खारिज किया और कहा कि हटाने के दौरान होमगार्ड खुद ही संतुलन खोकर गिर गया। उन्होंने कहा कि होमगार्ड का शरीर भारी है, जूते में पैर फंसने से वह सीढ़ियों से फिसल गया। इस दौरान मौजूद लोगों के अनुसार, कुछ मिनट तक स्थिति तनावपूर्ण रही, लेकिन बाद में अन्य कर्मचारियों ने मामला शांत कराया।
होमगार्ड गणेश दत्त शुक्ला ने बताया कि महापौर अशोक तिवारी के आने का समय हो गया था और उसी दौरान एक युवक बाइक लेकर पार्किंग में पहुंचा। उनके साथी ने बाइक खड़ी करने से मना किया तो युवक ने अभद्रता शुरू कर दी। शुक्ला के अनुसार, वह दोनों पक्षों को शांत कराने पहुंचे थे तभी एक पार्षद ने उन्हें धक्का दे दिया जिससे वे जमीन पर गिर पड़े। उन्होंने बताया कि गाली गलौज और धमकी भी दी गई।
उधर, उपसभापति नरसिंह बाबा ने कहा कि पार्षद हनुमान प्रसाद के बेटे किसी दस्तावेज को लेकर आए थे, लेकिन सुरक्षा कर्मी उन्हें पहचान नहीं पाए और मर्यादा से बाहर भाषा का प्रयोग करने लगे। उन्होंने कहा कि हमने केवल दोनों पक्षों को अलग करने की कोशिश की। अगर किसी को कोई शिकायत है तो जांच होगी और सच्चाई सामने आ जाएगी।
इस बीच कार्यकारिणी की बैठक में एक और घटना ने माहौल गर्मा दिया। महापौर अशोक तिवारी ने अपर नगर आयुक्त संगम लाल को जनता के काम में लापरवाही बरतने पर सभा से बाहर जाने का निर्देश दे दिया। महापौर ने नाराजगी जताते हुए कहा कि अगर जनता का काम नहीं हो पा रहा तो घर बैठ जाना बेहतर है।
इन घटनाओं के बाद नगर निगम के अंदर दिनभर चर्चा का माहौल बना रहा। होमगार्ड संघ ने घटना की निष्पक्ष जांच की मांग की है, जबकि नगर निगम प्रशासन ने मामले की आंतरिक रिपोर्ट तलब की है। फिलहाल सभी की नजर इस बात पर है कि जांच में क्या निष्कर्ष निकलता है और क्या कार्रवाई होती है।