Mon, 07 Jul 2025 20:03:38 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA
वाराणसी: लोहता थाना क्षेत्र के केराकतपुर गांव स्थित मायापुरी कॉलोनी में सोमवार दोपहर नगर निगम की प्रवर्तन टीम ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए प्रतिबंधित सिंगल यूज प्लास्टिक की भारी खेप बरामद की। यह कार्रवाई घनश्याम डिस्पोजल सेंटर के नाम पर संचालित एक निजी आवास में की गई, जहां टीम ने तहखाने में छिपाकर रखे गए कार्टनों में भरकर रखे गए प्रतिबंधित प्लास्टिक उत्पादों को जब्त किया। इस छापेमारी के दौरान प्लास्टिक की अनुमानित कीमत लगभग छह लाख रुपये आंकी गई है, वहीं आरोपी घनश्याम गुप्ता पर तीस हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया गया।
प्रवर्तन अधिकारी संदीप शर्मा ने बताया कि उन्हें गुप्त सूचना मिली थी कि केराकतपुर स्थित मायापुरी कॉलोनी में एक घर के अंदर बड़ी मात्रा में प्रतिबंधित सिंगल यूज प्लास्टिक सामग्री छिपाकर रखी गई है। सूचना मिलते ही नगर निगम की प्रवर्तन टीम तत्काल मौके पर पहुंची, लेकिन जिस मकान पर संदेह था, वहां मौजूद लोगों ने टीम के पहुंचते ही गेट खोलने से इनकार कर दिया। तत्काल पुलिस को सूचित किया गया, जिसके बाद लोहता थाने की पुलिस मौके पर पहुंची और दरवाजा खुलवाया।
घर की तलाशी के दौरान टीम एक कमरे में पहुंची, जहां सामान्य रूप से एक बेड रखा हुआ दिखाई दे रहा था। लेकिन टीम को कुछ संदिग्ध लगा। जब बेड को हटाकर उसकी जांच की गई, तो उसके नीचे एक बॉक्सनुमा संरचना दिखाई दी। जैसे ही उस ढंके हुए हिस्से को हटाया गया, उसके नीचे एक बड़ा तहखाना मिला। तहखाने के अंदर प्लास्टिक सामग्री कार्टनों में भरकर छिपाई गई थी। वहां मौजूद सामग्री को देखकर टीम भी दंग रह गई। पूरा माल बरामद कर आवश्यक कार्रवाई हेतु उसे नगर निगम कार्यालय ले जाया गया।
अधिकारी संदीप शर्मा ने बताया कि यह मामला न केवल प्लास्टिक प्रतिबंध कानून के उल्लंघन का है, बल्कि जानबूझकर प्रशासन को गुमराह कर पर्यावरणीय नियमों की अवहेलना करने की साजिश भी है। उन्होंने कहा कि तहखाने में छिपाकर रखी गई इस प्रतिबंधित सामग्री की अनुमानित कीमत करीब ₹6 लाख आंकी गई है, और इस गैरकानूनी स्टोरेज को संचालित करने के लिए जिम्मेदार पाए गए घनश्याम गुप्ता पर ₹30,000 का जुर्माना लगाया गया है। साथ ही आगे की कानूनी कार्रवाई भी की जा रही है।
उल्लेखनीय है कि सरकार द्वारा सिंगल यूज प्लास्टिक पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाए जाने के बाद भी कई व्यापारियों द्वारा इसका गुपचुप तरीके से भंडारण व बिक्री की जा रही है, जो पर्यावरण व जनस्वास्थ्य के लिए घातक है। नगर निगम द्वारा लगातार इस प्रकार के भंडारण स्थलों पर नजर रखी जा रही है और इसी सतर्कता का परिणाम था कि यह बड़ा स्टॉक पकड़ा गया। नगर निगम अधिकारियों ने आम जनमानस से भी अपील की है कि वे इस प्रकार की जानकारी प्रशासन को तत्काल दें, ताकि ऐसे अवैध कार्यों पर समय रहते रोक लगाई जा सके।
इस कार्रवाई से क्षेत्र में हड़कंप मचा हुआ है, और यह स्पष्ट संकेत है कि नगर निगम अब इस तरह के मामलों में और सख्ती से पेश आएगा।