वाराणसी: गो-तस्कर रियाज उर्फ बिल्ला पुलिस मुठभेड़ में गिरफ्तार, पैर में लगी गोली

वाराणसी के फुलवरिया कुंभापुर में पुलिस मुठभेड़ में कुख्यात गो-तस्कर रियाज उर्फ बिल्ला गिरफ्तार, पैर में गोली लगने से घायल, अस्पताल में भर्ती, महिंद्रा पिकअप से 9 गोवंश बरामद।

Tue, 15 Jul 2025 09:48:14 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA

वाराणसी: शहर के बाहरी इलाके फुलवरिया कुंभापुर में सोमवार की देर रात एक बड़े पुलिस अभियान के दौरान कुख्यात गो-तस्कर को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया गया। वारदात उस समय हुई जब बड़ागांव थाने की पुलिस ने एक सूचना के आधार पर आरोपी को घेरने का प्रयास किया। पुलिस की घेराबंदी देख आरोपी ने टीम पर फायरिंग कर दी, जिसके जवाब में पुलिस ने भी कार्रवाई की। मुठभेड़ में आरोपी के पैर में गोली लग गई, जिसके बाद उसे तत्काल उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

इस पूरी कार्रवाई की शुरुआत बड़ागांव पुलिस को मिली उस खुफिया जानकारी से हुई, जिसमें बताया गया कि एक संदिग्ध व्यक्ति महिंद्रा पिकअप वाहन में गोवंश भरकर तस्करी की नीयत से कहीं ले जाने की फिराक में है। इस सूचना के बाद पुलिस ने बाबतपुर चौराहे पर सघन चेकिंग शुरू कर दी। संदिग्ध वाहन को देखते ही जब पुलिस ने रोकने का प्रयास किया तो चालक वाहन लेकर भाग निकला और प्राथमिक विद्यालय चकखरावन के पास वाहन छोड़कर फरार हो गया। पुलिस द्वारा तलाशी लेने पर उस वाहन से 9 राशि गोवंश बरामद किए गए। इस मामले में तत्काल मु0अ0सं0 314/2025 के तहत विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया।

जांच के दौरान मामले में रियाज उर्फ बिल्ला पुत्र अच्छेलाल निवासी महमदपुर, थाना बरसठी, जनपद जौनपुर का नाम सामने आया। पुलिस की सर्विलांस टीम और स्थानीय खुफिया इकाइयों ने मिलकर उसकी गतिविधियों पर नजर रखनी शुरू की। सोमवार की रात जैसे ही वह फुलवरिया कुम्भापुर मोड़ स्थित एक भूमि मैटेरियल दुकान के पास देखा गया, पुलिस ने उसे घेरने की कोशिश की। गिरफ्तारी की भनक लगते ही रियाज ने अपने थैले से तमंचा निकालकर पुलिस पर जानलेवा हमला कर दिया। पुलिस ने आत्मरक्षा में न्यूनतम बल प्रयोग करते हुए जवाबी कार्रवाई की, जिसमें वह गोली लगने से घायल हो गया।

अस्पताल में भर्ती कराए गए रियाज उर्फ बिल्ला से की गई प्रारंभिक पूछताछ में कई चौंकाने वाले खुलासे सामने आए हैं। आरोपी ने कबूला कि वह लंबे समय से गो-तस्करी के धंधे में संलिप्त है और इस मामले में पूर्व में कई बार जेल जा चुका है। वह अक्सर अपना ठिकाना बदलता रहता है और किराये के मकानों में रहकर तस्करी का नेटवर्क संचालित करता है। उसने बताया कि वह गोविंद सिंह नामक व्यक्ति (निवासी दरौली, भभुआ, बिहार) के लिए काम करता है, जो कई वाहन मालिकों को झूठ बोलकर वाहन किराए पर लेकर तस्करी के काम में लगाता है। इस नेटवर्क में असलम (निवासी साधू कुटिया, थाना मिर्जामुराद) भी सक्रिय है, जिसके साथ मिलकर रियाज फिर एक नई खेप ले जाने की तैयारी में था।

रियाज के खिलाफ पहले से वाराणसी और जौनपुर जिलों के विभिन्न थानों में गोवध निवारण अधिनियम सहित गंभीर धाराओं में पांच मामले दर्ज हैं। पुलिस को मौके से एक देसी तमंचा, कारतूस और एक खोखा भी बरामद हुआ है। फिलहाल, पुलिस आरोपी से विस्तार से पूछताछ कर रही है और इस पूरे तस्करी नेटवर्क के अन्य सदस्यों की तलाश में सक्रिय है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही इस नेटवर्क के सभी सरगनाओं और सहयोगियों पर शिकंजा कसा जाएगा।

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