Fri, 05 Sep 2025 22:37:37 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA
वाराणसी: हेरिटेज इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज में नर्सिंग की छात्रा से छेड़खानी का गंभीर मामला सामने आया है। आरोप है कि ड्यूटी के दौरान संस्थान के ही एक डॉक्टर ने छात्रा के साथ अनुचित व्यवहार किया और आपत्तिजनक बातें कहीं। पीड़ित छात्रा ने विरोध करने के बाद पूरे मामले की जानकारी अपने परिजनों और साथियों को दी, जिसके बाद गुरुवार को कॉलेज गेट पर हंगामा हुआ। अब पुलिस ने आरोपी डॉक्टर के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
पीड़िता, जो बीएससी नर्सिंग थर्ड ईयर की छात्रा है, ने अपनी शिकायत में बताया कि घटना 2 और 3 सितंबर की रात की है। उस दौरान उसकी नाइट ड्यूटी लगी थी। रात करीब में ड्यूटी के बीच डॉक्टर विवेक सोनी वहां पहुंचे और उससे बातचीत के दौरान पूछा, आज नाइट में अकेली हो क्या? छात्रा ने बताया कि उस समय उसके सिर में दर्द था और वह आराम कर रही थी। इसी बीच डॉक्टर थोड़ी देर बाद दोबारा आए और छात्रा के शरीर को अनुचित तरीके से छूते हुए कहा, सो रही हो क्या, उठो। इस हरकत से छात्रा आहत हो गई और उसने तुरंत ही अपने साथी छात्र-छात्राओं को इसकी जानकारी दी।
छात्रा का आरोप है कि उसने घटना की शिकायत संस्थान के मेडिकल सुपरिटेंडेंट (एमएस) से भी की, लेकिन वहां से उसे अपेक्षित सहयोग नहीं मिला। पीड़िता के मुताबिक, एमएस ने मामले को गंभीरता से लेने के बजाय टालते हुए कहा,"ऐसी घटनाएं तो अक्सर होती रहती हैं।" इस बयान से छात्र-छात्राओं और परिजनों का गुस्सा और भड़क गया।
गुरुवार को छात्रा और उसके साथियों के साथ परिजन कॉलेज गेट पर पहुंच गए और वहां जमकर हंगामा किया। प्रदर्शनकारी तत्काल कार्रवाई की मांग कर रहे थे। उनका कहना था कि संस्थान प्रबंधन शिकायत को नजरअंदाज कर आरोपी को बचाने का प्रयास कर रहा है, जबकि पीड़िता मानसिक रूप से काफी परेशान है।
मामला तूल पकड़ने के बाद पुलिस को हस्तक्षेप करना पड़ा। कैंट थाना पुलिस ने छात्रा की तहरीर पर डॉक्टर विवेक सोनी के खिलाफ छेड़खानी का मुकदमा दर्ज किया है। अधिकारियों का कहना है कि मामले की जांच शुरू कर दी गई है और आरोपों की पुष्टि होने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
इस घटना ने संस्थान की सुरक्षा व्यवस्था और प्रशासनिक संवेदनशीलता पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। छात्र-छात्राओं का कहना है कि जिस जगह पर मेडिकल जैसी गंभीर पढ़ाई हो रही है, वहां छात्राओं की सुरक्षा को लेकर इतनी लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जा सकती। वहीं परिजन मांग कर रहे हैं कि आरोपी डॉक्टर को तुरंत बर्खास्त कर कानून के तहत कड़ी सजा दी जाए।
फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है। उधर कॉलेज प्रशासन ने भी कहा है कि वह जांच में सहयोग करेगा। लेकिन छात्र-छात्राओं का आक्रोश अभी भी शांत नहीं हुआ है। उनका कहना है कि जब तक आरोपी के खिलाफ ठोस कार्रवाई नहीं होती, उनका विरोध जारी रहेगा।
यह घटना सिर्फ एक छात्रा के साथ छेड़खानी का मामला नहीं है, बल्कि यह सवाल खड़ा करती है कि मेडिकल संस्थानों जैसे संवेदनशील स्थानों पर छात्राओं की सुरक्षा को लेकर संस्थान कितने गंभीर हैं। पूछती है बनारस की जनता, पूछता है न्यूज रिपोर्ट।