वाराणसी: पुलिस मुठभेड़ में कुख्यात तितली गैंग का सरगना सचिन रावत गिरफ्तार

वाराणसी पुलिस ने मंगलवार देर रात मुठभेड़ में कुख्यात तितली गैंग के सरगना सचिन रावत को गिरफ्तार कर बड़ी सफलता हासिल की।

Wed, 30 Jul 2025 13:06:32 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA

वाराणसी: शहर में लगातार हो रही चोरियों के सिलसिले को तोड़ने में वाराणसी पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। लंका और भेलूपुर थाने की संयुक्त पुलिस टीम ने मंगलवार देर रात एक ऑपरेशन के दौरान कुख्यात तितली गैंग के सरगना सचिन रावत को मुठभेड़ में गिरफ्तार कर लिया। मुठभेड़ भेलूपुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत हुई, जहां पुलिस ने लंबे समय से फरार चल रहे चोरों की तलाश में विशेष अभियान चलाया था। इस दौरान गैंग के सरगना सचिन रावत के पैर में गोली लगने से वह घायल हो गया, वहीं उसका साथी समीर भी मौके से पकड़ा गया। सचिन को तुरंत मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया, जहां उसका इलाज जारी है।

डीसीपी क्राइम शरवण टी ने जानकारी दी कि यह कार्रवाई पूरी तरह से गुप्त सूचना के आधार पर की गई। पुलिस को सूचना मिली थी कि क्षेत्र में तितली गैंग के सक्रिय सदस्य एक चोरी की योजना बना रहे हैं। इसी सूचना के आधार पर पुलिस ने इलाके की घेराबंदी कर दी। पुलिस टीम के पहुंचते ही बदमाशों ने गोलीबारी शुरू कर दी, जिसके जवाब में आत्मरक्षा में पुलिस ने भी फायरिंग की। इसी दौरान सचिन को गोली लगी और वह मौके पर ही गिर पड़ा, जिसके बाद उसे हिरासत में ले लिया गया। उसके साथी समीर ने भागने की कोशिश की लेकिन पुलिस ने घेराबंदी कर उसे भी पकड़ लिया।

तितली गैंग का नाम शहर में हाल ही के महीनों में हुई सिलसिलेवार चोरियों के मामलों में सामने आया है। कुछ दिन पहले ही भेलूपुर के दुर्गाकुंड क्षेत्र में एक बंद मकान में लाखों की चोरी हुई थी, जिसमें इसी गैंग की संलिप्तता उजागर हुई थी। उस मामले में पहले ही भेलूपुर पुलिस चार चोरों को गिरफ्तार कर करीब 6 लाख रुपये मूल्य का सामान बरामद कर चुकी है। अब इस ताजा मुठभेड़ के बाद भी पुलिस ने चोरी का लगभग 6 लाख रुपये का सामान जब्त किया है, जिसमें जेवर, नकदी और कीमती इलेक्ट्रॉनिक सामान शामिल है।

पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक, सचिन रावत पर अब तक कुल 16 आपराधिक मामले दर्ज हैं, जिनमें घर में सेंधमारी, चोरी, असलहा कानून उल्लंघन और संगठित अपराध की धाराएं शामिल हैं। वहीं उसके साथी समीर पर भी 9 संगीन मामले पहले से दर्ज हैं। दोनों अपराधी लंबे समय से फरार चल रहे थे और पुलिस को इनकी तलाश थी। सचिन रावत न केवल तितली गैंग का मुख्य संचालक है, बल्कि शहर और उसके आसपास के जिलों में भी इसके नेटवर्क के सक्रिय होने की बात सामने आई है। पुलिस को शक है कि इनका संबंध अन्य जिलों में हो रही चोरियों से भी हो सकता है, जिसकी जांच अब तेज कर दी गई है।

वाराणसी पुलिस की इस सटीक और साहसिक कार्रवाई को कानून व्यवस्था की दृष्टि से बड़ी सफलता के रूप में देखा जा रहा है। यह ऑपरेशन बताता है कि शहर में संगठित अपराधों को अंजाम देने वाले अपराधियों के लिए अब जगह नहीं बची है। वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने संयुक्त कार्रवाई करने वाली टीम की सराहना की है और कहा है कि ऐसे अपराधियों के खिलाफ आगे भी इसी प्रकार की कठोर कार्रवाई जारी रहेगी।

इस मुठभेड़ और गिरफ्तारी ने जहां तितली गैंग की कमर तोड़ दी है, वहीं आम जनता में सुरक्षा को लेकर भरोसा और अधिक मजबूत हुआ है। पुलिस अब गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ कर रही है ताकि गैंग के अन्य सदस्यों और उनके नेटवर्क के बारे में और जानकारी जुटाई जा सके। ऐसे में आने वाले दिनों में और भी गिरफ्तारी संभव मानी जा रही है।

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