Thu, 17 Jul 2025 16:12:53 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA
वाराणसी: कमिश्नरेट पुलिस द्वारा चलाए जा रहे अपराध नियंत्रण अभियान के तहत सिगरा थाना क्षेत्र की पुलिस ने मंगलवार को एक बड़ी सफलता हासिल की। सोनिया मोड़ स्थित एक गैराज के पास छापेमारी कर ऑनलाइन जुआ खेलते हुए चार युवकों को रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया। यह सट्टेबाजी 'लक्ष्मी एप' नामक एक मोबाइल एप के माध्यम से की जा रही थी, जिसमें युवकों द्वारा दांव लगाए जाते थे और हार-जीत का निर्धारण चयनित नंबरों पर आधारित होता था। इस कार्रवाई के दौरान मौके से 3,760 रुपये नगद और दो एंड्रॉयड मोबाइल फोन बरामद किए गए, जिनका प्रयोग इस अवैध कार्य में किया जा रहा था।
गिरफ्तारी की यह कार्रवाई पुलिस आयुक्त वाराणसी के दिशा-निर्देश पर, पुलिस उपायुक्त काशी जोन, अपर पुलिस उपायुक्त काशी जोन एवं सहायक पुलिस आयुक्त चेतगंज के नेतृत्व में सिगरा थाना की सक्रिय पुलिस टीम द्वारा की गई। 16 जुलाई को सोनिया चौकी क्षेत्र में नियमित गश्त के दौरान सोनिया मोड़ पर स्थित एक गैराज से कुछ संदिग्ध गतिविधियों की सूचना मुखबिर के माध्यम से पुलिस को प्राप्त हुई। सूचना की गंभीरता को देखते हुए मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने छानबीन शुरू की और गैराज में चार युवकों को मोबाइल फोन पर सट्टे से जुड़ी गतिविधियों में लिप्त पाया गया। तत्काल उन्हें गिरफ्तार कर थाना सिगरा लाया गया।
पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान इस प्रकार हुई: मोहम्मद अफजल पुत्र बदरुद्दीन, निवासी नई बस्ती पांडेयपुर, थाना जैतपुर (उम्र 33 वर्ष); सुशील कुमार प्रजापति पुत्र गंगाराम, निवासी जगतगंज, थाना चेतगंज (उम्र लगभग 38 वर्ष); इमतियाज अंसारी उर्फ भोलू, पुत्र मोहम्मद अली, निवासी बादशाहबाग, थाना सिगरा (उम्र 23 वर्ष); तथा महफूज वारसी पुत्र पीर मोहम्मद, निवासी दिलीपपुरा, थाना सिगरा (उम्र 20 वर्ष)। पूछताछ के दौरान अभियुक्तों ने स्वीकार किया कि वे 'लक्ष्मी एप' के माध्यम से सट्टा खेलते थे, जिसमें 1 से 9 तक कोई भी अंक चुनकर दांव लगाया जाता था। सही अंक खुलने पर दांव की रकम दोगुनी हो जाती थी, जबकि गलत होने पर पूरी रकम जब्त हो जाती थी। पुलिस जांच में यह भी स्पष्ट हुआ कि इस सट्टेबाजी गतिविधि का मुख्य संचालक मोहम्मद अफजल था, जो इस एप के जरिए अन्य लोगों को जोड़कर भी जुआ खिलवाता था।
इस पूरे ऑपरेशन में जिन पुलिस अधिकारियों और जवानों ने भाग लिया, उनमें श्री संजय कुमार मिश्रा (प्रभारी निरीक्षक, थाना सिगरा), उप निरीक्षक सत्य देव (चौकी प्रभारी, सोनिया चौकी), उप निरीक्षक प्रशांत शिवहरे (चौकी प्रभारी, दिलीपपुरा), हेड कॉन्स्टेबल उमेश चंद्र यादव, कॉन्स्टेबल सुमित साहू, कॉन्स्टेबल विनोद कुमार तथा कॉन्स्टेबल विकास कुमार शामिल थे। बरामद साक्ष्य में ₹3,760 नकद एवं दो एंड्रॉयड मोबाइल फोन पुलिस अभिरक्षा में ले लिए गए हैं।
पुलिस ने चारों आरोपियों के खिलाफ सार्वजनिक जुआ अधिनियम 1867 की धारा 13 के अंतर्गत विधिक कार्रवाई करते हुए मामला दर्ज किया है। साथ ही यह संकेत दिया है कि इस मामले की विस्तृत जांच की जाएगी, ताकि इस नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों का भी पर्दाफाश किया जा सके। पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि वे ऐसे किसी भी संदिग्ध ऑनलाइन या ऑफलाइन सट्टेबाजी के मामले की जानकारी तुरंत स्थानीय थाने को दें। यह सहयोग न केवल अपराध पर नियंत्रण के लिए आवश्यक है, बल्कि समाज को इस प्रकार की विकृतियों से मुक्त रखने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम भी है।