Sun, 29 Jun 2025 00:29:36 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA
वाराणसी: पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल ने शनिवार को जिले के पुलिस महकमे में एक बड़ा प्रशासनिक फेरबदल किया, जिसमें दो एसीपी और दो थानाध्यक्षों के पदों पर बदलाव किए गए। यह कदम शहर में कानून-व्यवस्था को और अधिक प्रभावी बनाने तथा जनता को बेहतर सुरक्षा सुनिश्चित करने की दिशा में एक सोची-समझी रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है।
इस फेरबदल में सबसे महत्वपूर्ण बदलाव कैंट सर्किल में हुआ है, जहां एसीपी विदुषी सक्सेना को अब काशी विश्वनाथ मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था का प्रभार सौंपा गया है। यह मंदिर न केवल धार्मिक दृष्टि से अत्यंत संवेदनशील है, बल्कि सुरक्षा के लिहाज से भी अहम माना जाता है। सक्सेना ने कैंट क्षेत्र में अपनी सेवा के दौरान न सिर्फ कानून-व्यवस्था को सुदृढ़ किया, बल्कि आम नागरिकों के साथ संवाद बनाकर एक संवेदनशील और जिम्मेदार प्रशासनिक छवि पेश की। उनकी नेतृत्व क्षमता और कार्यशैली की न सिर्फ पुलिस विभाग के भीतर, बल्कि आम जनता के बीच भी खूब सराहना हुई। अब उन्हें इस ऐतिहासिक धार्मिक स्थल की सुरक्षा को और मजबूत करने की बड़ी जिम्मेदारी मिली है।
उनकी जगह नए एसीपी कैंट के रूप में नितिन तनेजा की नियुक्ति की गई है, जिनसे विभाग की ओर से बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद की जा रही है। तनेजा के पास पुलिस प्रशासन का पर्याप्त अनुभव है और उन पर यह भरोसा जताया गया है कि वे कैंट क्षेत्र में सक्सेना द्वारा स्थापित मानकों को बनाए रखते हुए नए सुधारात्मक कदम भी उठाएंगे।
थाना स्तर पर भी अहम बदलाव किए गए हैं। इंस्पेक्टर लंका शिवाकांत मिश्रा को हटाकर अब कैंट थाने की कमान इंस्पेक्टर राजकुमार शर्मा को सौंपी गई है, जबकि शर्मा को लंका थाने का नया एसएचओ बनाया गया है। यह फेरबदल इस बात का संकेत है कि पुलिस आयुक्तालय अनुभवी अधिकारियों को उन क्षेत्रों में तैनात करना चाहता है, जहां उनकी क्षमताओं का सर्वोत्तम उपयोग हो सके।
इस पुनर्गठन को पुलिस प्रशासन की एक सक्रिय और जवाबदेही भरी पहल के रूप में देखा जा रहा है, खासकर उन संवेदनशील क्षेत्रों में जहां सतर्कता और कुशल प्रबंधन की सबसे ज्यादा जरूरत होती है। सक्सेना और तनेजा जैसे अनुभवी अधिकारियों को अहम जिम्मेदारियां सौंपकर विभाग ने साफ कर दिया है कि वह जनता के विश्वास को कायम रखते हुए शहर में सुरक्षा के माहौल को और बेहतर बनाना चाहता है।
इन बदलावों के साथ अब यह देखना होगा कि नए प्रभारी अपने-अपने क्षेत्रों में कितनी तेजी से काम करते हैं और क्या यह फेरबदल वास्तव में जमीनी स्तर पर सुरक्षा और प्रशासनिक दक्षता में सुधार ला पाता है। पुलिस प्रमुखों का मानना है कि ऐसे समय-समय पर किए जाने वाले बदलाव विभाग की कार्यप्रणाली को गतिशील बनाए रखने के लिए जरूरी हैं। वहीं, आम नागरिक भी इन परिवर्तनों से बेहतर परिणामों की उम्मीद कर रहे हैं।