Mon, 24 Nov 2025 11:52:30 - By : Shriti Chatterjee
वाराणसी पुलिस कफ सिरप तस्करी के मुख्य आरोपी शुभम जायसवाल के माफिया संबंधों की जांच में तेजी से जुट गई है। यह कदम उस वीडियो के वायरल होने के बाद उठाया गया जिसमें शुभम जौनपुर के एक माफिया की मौजूदगी में एक व्यक्ति की पिटाई करता दिखाई दे रहा है। वीडियो सामने आने के बाद पूरे मामले ने नया मोड़ ले लिया और पुलिस ने उसके आपराधिक नेटवर्क की कड़ियों को जोड़ना शुरू कर दिया है। आजाद अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व आईजी अमिताभ ठाकुर द्वारा डीजीपी को पत्र लिखकर दोनों के रिश्तों की जांच की मांग किए जाने से इस मामले को और बल मिला है।
तस्करी के इस मामले की शुरुआत तब हुई जब सोनभद्र में कफ सिरप की भारी खेप बरामद की गई। इसके बाद गाजियाबाद पुलिस ने फेंसिडिल सीरप के गैर चिकित्सकीय उपयोग का खुलासा किया जिससे औषधि विभाग ने भी अपनी जांच को तेज किया। जांच में यह तथ्य सामने आया कि वाराणसी के प्रह्लादघाट क्षेत्र में रहने वाला शुभम जायसवाल इस नेटवर्क का मुख्य संचालक था। जैसे ही वाराणसी पुलिस ने उसे मुख्य आरोपित बनाया, औषधि विभाग ने अपने स्तर पर जांच शुरू की और इसमें 100 करोड़ रुपये की हेराफेरी का बड़ा खुलासा हुआ। विभाग की जांच से पता चला कि रांची की फर्म मेसर्स शैली ट्रेडर्स ने वाराणसी की 92 फर्मों के नाम पर 89 लाख फेंसीडिल की शीशियां बाजार में उतारी थीं।
इस मामले में पुलिस और औषधि विभाग शुभम को पकड़ने से पहले ही वह अपने ठिकाने से गायब हो गया और अब वह पुलिस की एसआईटी से बचने की कोशिश कर रहा है। उसकी तलाश में पुलिस की कई टीमों को लगाया गया है। दूसरी तरफ इंटरनेट मीडिया पर फैल रहे वीडियो ने मामले को और संवेदनशील बना दिया है जहां शुभम को जौनपुर के माफिया के साथ देखकर उसके आपराधिक गठजोड़ पर चर्चा शुरू हो गई है। वीडियो के लगातार प्रसारित होने और इससे निकाले जा रहे निहितार्थों ने पुलिस को आरोपों की गहराई तक जांच करने के लिए प्रेरित किया है।
अमिताभ ठाकुर की ओर से उठाए गए सवालों और डीजीपी को भेजे गए पत्र ने पुलिस प्रशासन को मामले में और सक्रिय कर दिया है। अब जांच केवल कफ सिरप तस्करी तक सीमित नहीं रही बल्कि यह भी देखा जा रहा है कि शुभम किन किन आपराधिक नेटवर्क से जुड़ा था और उसके जरिए प्रदेश में कितनी सक्रियता से यह अवैध कारोबार चल रहा था। पुलिस का कहना है कि जांच के हर पहलू पर ध्यान दिया जा रहा है और एसआईटी जल्द से जल्द उसे गिरफ्तार करने के लिए प्रयासरत है। शहर में भी इस मामले को लेकर चर्चा तेज है और लोग पुलिस की अगली कार्रवाई पर नजर बनाए हुए हैं।