Tue, 16 Sep 2025 19:38:33 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA
वाराणसी: गंगा-जमुनी तहजीब और धार्मिक-सांस्कृतिक धरोहरों के लिए मशहूर काशी इन दिनों अपराध और अवैध गतिविधियों के मामलों से लगातार चर्चा में आ रही है। ताजा मामला सिगरा थाना क्षेत्र के मलदहिया इलाके का है, जहां कमिश्नरेट की स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी-2) ने आज मंगलवार को एक बड़ी कार्रवाई करते हुए रेस्टोरेंट की आड़ में चल रहे देह व्यापार के धंधे का पर्दाफाश किया। यह खुलासा न केवल शहरवासियों को चौंकाने वाला है, बल्कि इसने एक बार फिर सवाल खड़ा कर दिया है कि आखिरकार पवित्र और सांस्कृतिक नगरी काशी को हो क्या गया है।
डीसीपी क्राइम सरवणन टी को मिली गुप्त सूचना पर एसीपी चेतगंज डॉ. ईशान सोनी के नेतृत्व में एसओजी-2 की टीम ने मलदहिया की एक बहुमंजिला इमारत में छापा मारा। पुलिस को मौके से 5 युवतियां, एक संचालक, एक ग्राहक और एक स्टाफ मिला। इसके अलावा बड़ी संख्या में कंडोम और शक्तिवर्धक दवाएं भी बरामद की गईं। गिरफ्तारी और बरामदगी से यह स्पष्ट हो गया कि यहां लंबे समय से संगठित तरीके से देह व्यापार का कारोबार चल रहा था।
सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि यह धंधा बेहद अनोखे तरीके से संचालित किया जा रहा था। बिल्डिंग के तीसरे फ्लोर पर एक रेस्टोरेंट खोला गया था, जहां ग्राहक के रूप में युवतियां बैठी रहती थीं। रेस्टोरेंट में आने वाले लोगों को लड़कियों में से अपनी पसंद चुनने की सुविधा दी जाती थी। पसंद तय होते ही उन्हें चुपचाप पांचवें फ्लोर पर भेज दिया जाता, जहां पहले से तैयार पांच कमरे इस अवैध धंधे में इस्तेमाल किए जा रहे थे। बाहर से देखने पर यह रेस्टोरेंट सामान्य नजर आता था, लेकिन अंदर ही अंदर जिस्मफरोशी का कारोबार धड़ल्ले से चल रहा था।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, यह नेटवर्क काफी समय से सक्रिय था और आसपास के लोगों को इसकी भनक तक नहीं थी। संचालक से पूछताछ में कई अहम जानकारियां सामने आ रही हैं, जिससे पूरे गिरोह के तार अन्य शहरों तक जुड़े होने की आशंका जताई जा रही है। पुलिस अब बिल्डिंग मालिक की भूमिका की भी जांच कर रही है। अगर उसकी संलिप्तता साबित होती है तो उसके खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
वाराणसी कमिश्नरेट की एसओजी लगातार अपराधियों और अवैध धंधों पर शिकंजा कस रही है। डीसीपी क्राइम सरवणन टी ने कहा कि "शहर की शांति और कानून व्यवस्था को बिगाड़ने वाले किसी भी नेटवर्क को बख्शा नहीं जाएगा। अपराध कितना भी छिपाकर क्यों न किया जाए, पुलिस की नजर से बच पाना संभव नहीं है।"
लेकिन इस पूरे मामले ने काशी की साख पर गहरी चोट की है। धार्मिक नगरी के रूप में विश्वभर में विख्यात वाराणसी जहां श्रद्धालु और पर्यटक गंगा घाट, मंदिरों और सांस्कृतिक धरोहरों से आध्यात्मिक ऊर्जा पाते हैं, वहीं दूसरी ओर ऐसी घटनाएं इसकी छवि को धूमिल कर रही हैं। जिस शहर की पहचान संतों, साधुओं और संस्कृति से है, वहां देह व्यापार जैसे कारोबार का पकड़ा जाना शहरवासियों के लिए चिंता का विषय है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि कानून-व्यवस्था की मजबूती के बावजूद इस तरह के धंधे का चलना सामाजिक और नैतिक मूल्यों के लिए खतरा है। काशी की पहचान सदियों से धार्मिक और सांस्कृतिक केंद्र के रूप में रही है, लेकिन हाल के वर्षों में आपराधिक घटनाओं और अवैध गतिविधियों की बढ़ती संख्या ने इसके गौरवशाली स्वरूप पर सवाल खड़े कर दिए हैं।