वाराणसी: रामनगर-कार सवार दंपति से लाखों की ठगी, बहाना बनाकर उड़ाए लाखों के जेवर के साथ 45 हजार नकद

वाराणसी के रामनगर में शातिरों ने कार से मोबिल गिरने का बहाना बनाकर दंपति से लाखों के जेवरात व नकदी उड़ाई।

Fri, 22 Aug 2025 00:02:03 - By : Sayed Nayyar

वाराणसी: रामनगर/आज गुरुवार की शाम रामनगर थाना क्षेत्र में उस वक्त हड़कंप मच गया जब साहित्य नाका मार्ग स्थित भारतीय स्टेट बैंक के पास एक दंपति को दिनदहाड़े शातिर उचक्कों ने निशाना बना लिया। महज़ कुछ मिनटों की चालाकी से दो युवक कार की सीट पर रखा पर्स लेकर चंपत हो गए, जिसमें 45 हजार रुपये नकद के साथ लाखों के जेवरात रखे थे। यह घटना न केवल पीड़ित परिवार के लिए गहरी चोट साबित हुई, बल्कि क्षेत्रीय नागरिकों के लिए भी सुरक्षा व्यवस्था पर बड़ा सवाल बनकर सामने आई।

प्राप्त जानकारी के अनुसार मऊ निवासी पीयूष कुमार राय अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ सोनभद्र जा रहे थे। यात्रा के दौरान उन्हें रुपये निकालने थे, इसलिए उन्होंने कार को बटेश्वर हनुमान मंदिर के पास खड़ा किया और एटीएम गए। इसी दौरान दो युवक मौके पर पहुंचे और बड़ी सफाई से दंपति को गुमराह कर दिया। उन्होंने कहा कि कार से मोबिल गिर रहा है। जैसे ही पति-पत्नी कार के नीचे झुककर देखने लगे, युवकों ने सीट पर रखा लेडीज पर्स उठा लिया और पल भर में वहां से फरार हो गए।

पीयूष कुमार राय के अनुसार पर्स में 45,000 रुपये नकद, एक सोने की चेन, एक सोने की अंगूठी, एक मंगलसूत्र, एक जोड़ी टॉप्स और कुछ जरूरी कागजात रखे हुए थे। चोरी गए सामान की कुल कीमत करीब साढ़े तीन लाख रुपये आंकी गई है।

जैसे ही घटना की जानकारी लोगों को हुई, मौके पर भारी भीड़ इकट्ठा हो गई। लोगों ने इसे पुलिस की गश्त व्यवस्था की लापरवाही बताया। स्थानीय निवासी महेश गुप्ता ने कहा, “बैंक और एटीएम के आसपास अक्सर लोग बड़ी रकम निकालते हैं। ऐसे में पुलिस की चौकसी बेहद जरूरी है। लेकिन यहां बदमाश दिनदहाड़े वारदात कर भाग जाते हैं और पुलिस बाद में सिर्फ जांच का आश्वासन देती है।

घटना की गंभीरता को देखते हुए रामनगर थाना पुलिस तत्काल हरकत में आई। सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है और बदमाशों की तलाश के लिए टीम गठित कर दी गई है। थाना प्रभारी ने साफ शब्दों में कहा कि "ऐसे अपराधियों के लिए बनारस की धरती पर कोई जगह नहीं है। हर हाल में आरोपितों को पकड़कर सलाखों के पीछे भेजा जाएगा।"
पुलिस अधिकारियों ने स्थानीय निवासियों से भी अपील की है कि वे संदिग्ध लोगों की जानकारी तुरंत दें और बड़ी रकम के लेन-देन के समय अतिरिक्त सतर्कता बरतें।

इस वारदात ने एक बार फिर नगर में अपराधियों के बढ़ते हौसले की पोल खोल दी है। स्थानीय लोगों का कहना है कि पुलिस गश्त केवल कागजों पर ही नजर आती है, जबकि जमीन पर हालात बिल्कुल उलट हैं। क्षेत्र के निवासी राजेश ने कहा, "शहर में आए दिन चोरी, लूट और ठगी की घटनाएं सामने आ रही हैं। पुलिस केवल बयानबाज़ी करती है लेकिन ठोस कार्रवाई नजर नहीं आती। अगर यही हाल रहा तो लोगों का भरोसा कानून-व्यवस्था से उठ जाएगा।"

यह घटना सिर्फ एक परिवार से लूट का मामला नहीं, बल्कि पूरे समाज के लिए चेतावनी है कि अपराधियों का जाल कितना संगठित और सक्रिय हो चुका है। ऐसे शातिर गिरोह कानून की आंखों में धूल झोंककर आम नागरिकों की गाढ़ी कमाई पर डाका डाल रहे हैं। अब समय आ गया है कि इन अपराधियों को सख्त से सख्त सजा दी जाए, ताकि पूरे शहर में यह संदेश जाए कि वाराणसी की सड़कों पर अपराधियों की नहीं, कानून की हुकूमत चलेगी।

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