Sat, 14 Jun 2025 10:52:41 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA
वाराणसी: रामनगर/ समय जब दुख की चादर ओढ़े होता है, तब इंसानियत का सबसे उज्ज्वल चेहरा सामने आता है। ऐसा ही एक दृश्य रामनगर के पंचवटी रामलीला मैदान में देखने को मिला, जहाँ खेल की चहलकदमी से पहले मौन की गंभीरता ने सबको भीतर तक झकझोर दिया। जय माँ दुर्गा स्पोर्टिंग क्लब द्वारा काशी नरेश महाराज विभूति नारायण सिंह की स्मृति में आयोजित क्रिकेट मैच से पूर्व एक विशेष श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया, जिसमें अहमदाबाद विमान हादसे के शिकार हुए लोगों को श्रद्धांजलि दी गई।
गौरतलब है कि गुरुवार को गुजरात के अहमदाबाद शहर में एक दर्दनाक विमान हादसा घटित हुआ। लंदन के लिए उड़ान भरने वाला यह विमान टेकऑफ के कुछ ही समय बाद तकनीकी खराबी के चलते संतुलन खो बैठा और दुर्घटनाग्रस्त हो गया। हादसे में कई यात्रियों की मौके पर ही मृत्यु हो गई जबकि दर्जनों लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इस दुर्घटना ने गहरा शोक फैला दिया।
इस हादसे की खबर ने पूरे देश को स्तब्ध कर दिया और इसी पीड़ा की भावना को साझा करते हुए, वाराणसी के रामनगर स्थित पंचवटी रामलीला मैदान में जब मैच के आरंभ से पहले दोनो टीमों के खिलाड़ी और आयोजक मौन खड़े हुए, तो समय मानो ठहर गया। हर आंख में संवेदना थी और हर हृदय में एक प्रार्थना, उन अमूल्य जिंदगियों के लिए जो आसमान से धरती पर एक त्रासदी की तरह आ गिरीं।
श्रद्धांजलि सभा में क्लब के सभी प्रमुख सदस्य उपस्थित रहे। ललित सिंह, अजीत गुप्ता, विशाल गुप्ता, रवि जयसवाल, विक्की उर्फ विकास, कम्बली, प्रवीण आस्थाना, अमन राय, लखन मन मौजी, सोनू खान आदि सभी ने अपनी उपस्थिति से इस मौन श्रद्धांजलि को गरिमा प्रदान की। मैदान में मौजूद हर व्यक्ति की आंखें नम थीं, और खिलाड़ियों की जुबान पर एक ही बात थी। “खेल जीवन का हिस्सा है, लेकिन जब जीवन ही दुख की छांव में हो, तो हम सबका पहला कर्तव्य संवेदना व्यक्त करना है।”
कमेटी के सदस्यों ने बताया कि “खेल केवल प्रतिस्पर्धा का नाम नहीं, यह सामाजिक चेतना और मानवीय करुणा का भी माध्यम है। आज हम सबका सिर श्रद्धा से झुका है उन बेबस आत्माओं के सामने, जिन्होंने इस हादसे में अपनी जान गंवाई। ईश्वर उनके परिवारों को संबल दे।”
खिलाड़ियों ने भी एक स्वर में कहा कि “आज का मैच जीत या हार से कहीं अधिक महत्वपूर्ण यह संदेश लेकर शुरू हो रहा है कि हम सब एक-दूसरे से जुड़े हैं। दुःख में, संघर्ष में, और श्रद्धा में भी।”
इस पूरी श्रद्धांजलि सभा ने खेल को एक नए आयाम में पहुंचाया, जहाँ मैदान केवल प्रतिस्पर्धा का केंद्र नहीं रहा, बल्कि एक ऐसा स्थान बन गया जहाँ मानवता की गूंज सुनाई दी। पंचवटी रामलीला मैदान उस दिन केवल क्रिकेट का नहीं, करुणा का भी मंच बन गया।
जिस तरह से जय माँ दुर्गा स्पोर्टिंग क्लब ने यह आयोजन किया और पूरे आयोजन को एक सामाजिक जिम्मेदारी के साथ जोड़ा, वह निश्चित ही आने वाले आयोजनों के लिए एक मिसाल बन गया है। श्रद्धांजलि सभा के बाद शुरू हुए मैच में हर रन, हर गेंद और हर तालियाँ उन आत्माओं की याद में थीं, जिन्होंने अहमदाबाद की उस भयावह घड़ी में अपनी जिंदगी खो दी।
इस आयोजन ने यह सिद्ध कर दिया कि खेल सिर्फ मनोरंजन नहीं, यह समाज की चेतना और संवेदनशीलता को भी जगाने का जरिया बन सकता है। और जब तक ऐसे आयोजन होते रहेंगे, तब तक हमारी इंसानियत जिंदा रहेगी। हर चौके-छक्के के पीछे एक संवेदनशील दिल की धड़कन के साथ।