Thu, 12 Jun 2025 16:33:27 - By : AAKASH TIWARI (MRIDUL)
वाराणसी : पूर्वांचल के प्रमुख शहर वाराणसी में बुनियादी ढांचे के विकास की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया गया, जब गुरुवार को रोहनिया थाना क्षेत्र में लोक निर्माण विभाग (PWD) ने पुलिस बल की मौजूदगी में अतिक्रमण विरोधी अभियान को सफलतापूर्वक अंजाम दिया। यह कार्रवाई मोहनसराय से लहरतारा तक प्रस्तावित 10 किलोमीटर लंबे सिक्स लेन हाईवे निर्माण कार्य के तहत की गई, जिसकी राह में अनेक निजी निर्माण अवैध रूप से अड़चन बनकर खड़े थे।
इस बहुप्रतीक्षित सड़क परियोजना के दायरे में रोहनिया थाने के समीप स्थित एक दर्जन से अधिक मकान और दुकानें सीधे अतिक्रमण की श्रेणी में आ रही थीं। यह सभी निर्माण कार्य सड़क की चौड़ाई और सीधी रेखा में रुकावट उत्पन्न कर रहे थे, जिसके चलते निर्माण में देरी हो रही थी और लागत में भी अनावश्यक बढ़ोतरी हो रही थी। अधिशासी अभियंता के.के. सिंह ने स्पष्ट किया कि अतिक्रमण हटाने की प्रक्रिया पूरी होते ही सिक्स लेन निर्माण का कार्य तत्काल प्रारंभ किया जाएगा। उन्होंने यह भी जोड़ा कि विभाग पहले ही तय मानकों के अनुरूप अधिग्रहण और मुआवजा प्रक्रिया को पूरा कर चुका है, इसलिए अब किसी तरह की ढील बरतने की कोई आवश्यकता नहीं रही।
हालांकि प्रशासन की इस कार्रवाई का कुछ स्थानीय निवासियों ने विरोध करने की कोशिश की, लेकिन मौके पर मौजूद पुलिस बल और जिला प्रशासन के अधिकारियों की सख्ती के आगे किसी की एक न चली। अधिकारी现场 मौजूद रहकर स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए थे ताकि कानून व्यवस्था की स्थिति न बिगड़े और निर्माण कार्य में किसी प्रकार की बाधा न आए।
इस पूरे प्रोजेक्ट की योजना के अनुसार, वाराणसी के कैंट रेलवे स्टेशन से लेकर मोहनसराय तक की 13 किलोमीटर दूरी को दो भागों में विभाजित किया गया है। इसमें से लहरतारा-बौलिया से मोहनसराय तक की करीब 10 किलोमीटर सड़क को सिक्स लेन के रूप में विकसित किया जा रहा है, जबकि बौलिया से कैंट स्टेशन तक लगभग 3 किलोमीटर सड़क को फोर लेन के रूप में प्रस्तावित किया गया है। बौलिया से कैंट रेलवे स्टेशन तक का हिस्सा रेलवे की सीमा में आता है, इसलिए भविष्य में रेलवे से अनुमति मिलने पर इस हिस्से को भी सिक्स लेन में परिवर्तित करने की योजना है। यह रणनीति न केवल यातायात को सुगम बनाएगी, बल्कि शहर की समग्र संरचना को भी आधुनिक रूप प्रदान करेगी।
इसके अलावा, प्रस्तावित सिक्स लेन सड़क के दोनों किनारों पर सर्विस लेन का निर्माण भी किया जाएगा ताकि आसपास के स्थानीय नागरिकों को मुख्य मार्ग पर आने-जाने में किसी प्रकार की कठिनाई न हो। सर्विस लेन न केवल आवागमन को सुचारु बनाएगा, बल्कि दुर्घटनाओं की संभावनाएं भी कम होंगी। इस समग्र परियोजना पर अनुमानित रूप से ₹400 करोड़ की लागत आने का अनुमान है, जिसमें भूमि अधिग्रहण, सड़क निर्माण, नालियों, पुलों तथा विद्युत एवं जल संरचनाओं को समायोजित करने के कार्य शामिल हैं। यह परियोजना वाराणसी को न केवल एक आधुनिक शहर के रूप में पुनर्परिभाषित करेगी, बल्कि पूर्वांचल की आर्थिक गति को भी उल्लेखनीय रूप से बढ़ावा देगी।