Sun, 28 Dec 2025 21:09:31 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA
वाराणसी: बाबा विश्वनाथ की नगरी वाराणसी इस समय कड़ाके की ठंड और घने कोहरे की सफेद चादर में लिपटी हुई है। पिछले कुछ दिनों से सूर्यदेव के दर्शन दुर्लभ हो गए हैं और गलन इतनी बढ़ गई है कि आम जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया है। इसी भीषण सर्दी और नौनिहालों की सेहत पर पड़ने वाले प्रतिकूल प्रभाव को गंभीरता से लेते हुए जिला प्रशासन ने एक बड़ा और राहत भरा फैसला लिया है। वाराणसी के बेसिक शिक्षा अधिकारी (BSA) अनुराग श्रीवास्तव ने तत्काल प्रभाव से जिले के कक्षा एक से लेकर आठ तक के सभी स्कूलों को बंद रखने का आदेश जारी कर दिया है। यह अवकाश 29 और 30 दिसंबर को रहेगा, ताकि छोटे बच्चों को सुबह की जानलेवा सर्दी और कोहरे के प्रकोप से सुरक्षित रखा जा सके।
यह आदेश केवल सरकारी स्कूलों तक ही सीमित नहीं है, बल्कि इसका दायरा जिले के सभी शिक्षण संस्थानों तक विस्तृत है। बीएसए अनुराग श्रीवास्तव द्वारा जारी किए गए निर्देश बिल्कुल स्पष्ट हैं कि उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) के अलावा, सीबीएसई (CBSE), सीआईएससीई (CISCE) और अन्य सभी मान्यता प्राप्त बोर्डों के स्कूलों पर भी यह नियम समान रूप से लागू होगा। अक्सर यह देखा जाता है कि प्रशासनिक आदेशों के बावजूद कुछ निजी स्कूल अपनी मनमानी करते हुए शिक्षण कार्य जारी रखते हैं, लेकिन इस बार प्रशासन का रुख बेहद सख्त है। बीएसए ने साफ शब्दों में कहा है कि इस आदेश का सख्ती से अनुपालन कराया जाएगा और किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
मौसम के बिगड़ते मिजाज पर नजर डालें तो फिलहाल राहत के आसार दूर-दूर तक नजर नहीं आ रहे हैं। पहाड़ों पर हो रही भारी बर्फबारी का सीधा और तीखा असर मैदानी इलाकों में देखने को मिल रहा है। वहां से आ रही बर्फीली पछुआ हवाओं ने वाराणसी समेत पूरे पूर्वांचल को ठिठुरने पर मजबूर कर दिया है। मौसम विभाग ने भी गंभीर चेतावनी जारी करते हुए स्पष्ट किया है कि अगले तीन दिनों तक प्रदेश में इस गलन और कोहरे से राहत मिलने की कोई संभावना नहीं है। विजिबिलिटी बेहद कम होने और तापमान में लगातार गिरावट के कारण दिन में भी रात जैसा अहसास हो रहा है, जिससे बच्चों का स्कूल जाना उनके स्वास्थ्य के लिए बड़ा जोखिम बन सकता था।
प्रशासन ने स्कूल संचालकों और प्रबंधकों को कड़े शब्दों में चेतावनी (अल्टीमेटम) दी है। आदेश की अनदेखी करने वाले विद्यालयों पर कड़ी कार्रवाई की गाज गिरेगी। बीएसए ने अपने आदेश में स्पष्ट किया है कि यदि 29 और 30 दिसंबर को कोई भी स्कूल (कक्षा 1 से 8 तक) खुला पाया गया, तो संबंधित विद्यालय प्रबंधन के खिलाफ सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
अभिभावकों के लिए यह एक बड़ी राहत की खबर है, क्योंकि सुबह के समय घने कोहरे और सर्द हवाओं के बीच बच्चों को तैयार करके स्कूल भेजने में उन्हें भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था। प्रशासन ने लोगों से भी अपील की है कि वे इस भीषण ठंड में जरूरी एहतियात बरतें और बच्चों को गर्म कपड़ों में ही रखें।