Mon, 27 Oct 2025 11:19:39 - By : Tanishka upadhyay
वाराणसी: लोक आस्था के महापर्व छठ के अवसर पर वाराणसी में श्रद्धालुओं की बढ़ती भीड़ और ट्रैफिक व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन ने विशेष निर्णय लिया है। जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार के निर्देश पर जिला विद्यालय निरीक्षक (DIOS) भोलेंद्र प्रताप सिंह ने रविवार 27 अक्टूबर को जिले के सभी प्राथमिक, जूनियर हाईस्कूल, हाईस्कूल और इंटरमीडिएट तक के स्कूलों में हाफ डे घोषित किया है। आदेश के अनुसार, सभी स्कूल दोपहर 12 बजे तक ही संचालित होंगे और इसके बाद उन्हें बंद कर दिया जाएगा।
DIOS ने स्पष्ट किया कि यह आदेश सभी शिक्षा बोर्डों पर समान रूप से लागू होगा, जिसमें सरकारी, सहायता प्राप्त, निजी और सीबीएसई-आईसीएसई बोर्ड के विद्यालय भी शामिल हैं। प्रशासन ने यह कदम छठ पर्व के दौरान शहर में लगने वाली भारी भीड़ और यातायात व्यवस्था को सुचारु बनाए रखने के लिए उठाया है।
डीआईओएस भोलेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि छठ महापर्व के दौरान बड़ी संख्या में महिलाएं व्रत रखकर दंडवत और पैदल यात्रा करते हुए घाटों की ओर जाती हैं। इस दौरान सड़कों पर भारी भीड़ और वाहनों की आवाजाही प्रभावित रहती है। ट्रैफिक पुलिस ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए वृहद रूट डायवर्जन प्लान लागू किया है, जिससे स्कूल बसों के फंसने की संभावना बढ़ जाती है। ऐसे में बच्चों और अभिभावकों को होने वाली परेशानी को ध्यान में रखते हुए आज सभी स्कूलों में हाफ डे रखा गया है।
इसके अलावा 28 अक्टूबर को सभी स्कूलों में पूर्ण अवकाश रहेगा। DIOS ने बताया कि अगले दिन यानी सोमवार को व्रती महिलाएं उगते सूर्य को अर्घ्य देकर व्रत का समापन करेंगी। उस दौरान घाटों और सड़कों पर अत्यधिक भीड़ होने की संभावना है। सुरक्षा और यातायात व्यवस्था को देखते हुए डीएम के निर्देश पर यह अवकाश घोषित किया गया है।
प्रशासन ने सभी विद्यालय प्रबंधकों और प्रधानाचार्यों को निर्देश दिया है कि वे आदेश का पालन सुनिश्चित करें और शिक्षकों, छात्रों एवं अभिभावकों को इसकी जानकारी समय से दे दें। जिला प्रशासन ने यह भी अपील की है कि लोग छठ पूजा के दौरान यातायात नियमों का पालन करें और प्रशासन के साथ सहयोग बनाए रखें, ताकि पर्व शांतिपूर्ण और सुरक्षित तरीके से संपन्न हो सके।
छठ महापर्व को लेकर वाराणसी में घाटों की सजावट, सुरक्षा प्रबंध और साफ-सफाई का कार्य जोरों पर है। नगर निगम, जल पुलिस और आपदा प्रबंधन टीमों को भी घाटों पर तैनात किया गया है। प्रशासन का कहना है कि श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए हर संभव इंतजाम किए जा रहे हैं और सभी विभाग समन्वय बनाकर काम कर रहे हैं।