Tue, 19 Aug 2025 21:02:32 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA
वाराणसी: पूर्वांचल की धार्मिक नगरी वाराणसी में पुलिस ने एक बार फिर अवैध गतिविधियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल के निर्देश पर गठित विशेष ऑपरेशन ग्रुप (SOG-2) ने मंगलवार शाम को भेलूपुर थाना क्षेत्र के शीलनगर, तुलसीपुर, महमूरगंज स्थित एक घर पर छापेमारी कर देह व्यापार के गोरखधंधे का खुलासा किया। पुलिस की इस सख्त कार्रवाई से इलाके में हड़कंप मच गया और आसपास के लोग भी बड़ी संख्या में वहां जुट गए।
सूत्रों के मुताबिक, लंबे समय से इस क्षेत्र में अनैतिक कार्यों की शिकायतें मिल रही थीं। स्थानीय स्तर पर लोगों में भी यह चर्चा थी कि उक्त मकान में संदिग्ध गतिविधियां चल रही हैं। इन शिकायतों की पुष्टि के लिए SOG-2 की टीम लगातार निगरानी कर रही थी। जैसे ही टीम को पुख्ता सूचना मिली, डीसीपी क्राइम सरवणन टी. के. और एसीपी भेलूपुर गौरव कुमार के नेतृत्व में पुलिस ने छापेमारी की योजना बनाई और अचानक कार्रवाई कर दी।
छापेमारी के दौरान पुलिस ने घर से देह व्यापार में लिप्त पांच महिलाओं को पकड़ा। इसके साथ ही मौके से एक ग्राहक, संचालक टिंकू शर्मा और मकान मालिक कुंदन सिंह को भी हिरासत में लिया गया। पुलिस की तलाशी में वहां से यूज्ड और अनयूज्ड कंडोम समेत कई अन्य आपत्तिजनक सामग्री भी बरामद की गई। इन सामानों को पुलिस ने साक्ष्य के तौर पर जब्त किया है।
पुलिस ने मौके से पकड़े गए सभी लोगों के खिलाफ अनैतिक देह व्यापार (निवारण) अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है। फिलहाल सभी से पूछताछ की जा रही है। पुलिस का मानना है कि इस नेटवर्क में और भी लोग जुड़े हो सकते हैं। पूछताछ के आधार पर पुलिस इस गिरोह के बाकी सदस्यों तक भी पहुंचने की कोशिश करेगी।
इस कार्रवाई की खबर फैलते ही स्थानीय लोगों में सनसनी फैल गई। आसपास के लोग मौके पर पहुंचकर स्थिति को देखने लगे। कई लोगों का कहना था कि उन्हें पहले से ही इस घर पर संदेह था, लेकिन अब पुलिस की कार्रवाई से यह पूरी तरह साफ हो गया कि यहां लंबे समय से अवैध धंधा चल रहा था। स्थानीय निवासियों ने पुलिस की इस कार्रवाई की सराहना करते हुए कहा कि इससे इलाके के वातावरण में सुधार होगा।
पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल ने स्पष्ट कहा है कि शहर में अवैध गतिविधियों और आपराधिक धंधों के लिए कोई जगह नहीं है। उन्होंने बताया कि SOG और स्थानीय पुलिस लगातार ऐसे गुप्त नेटवर्क की पहचान कर रही है और आगे भी इस तरह के छापेमारी अभियान जारी रहेंगे। पुलिस प्रशासन का मानना है कि इस तरह की कार्रवाइयों से न केवल अपराधियों पर अंकुश लगेगा, बल्कि आम जनता का विश्वास भी पुलिस पर और मजबूत होगा।
कानूनी पहलू से इतर इस कार्रवाई का सामाजिक महत्व भी है। ऐसे अवैध धंधे न केवल कानून व्यवस्था के लिए चुनौती हैं बल्कि समाज की मूलभूत संरचना और युवाओं के भविष्य के लिए भी खतरा बनते जा रहे हैं। पुलिस की समय रहते की गई इस छापेमारी से यह संदेश गया है कि वाराणसी जैसे आध्यात्मिक और सांस्कृतिक शहर की छवि को धूमिल करने वालों के खिलाफ प्रशासन पूरी तरह गंभीर है।
कुल मिलाकर, मंगलवार को हुई यह कार्रवाई पुलिस की सजगता और अपराध के खिलाफ उसके कठोर रवैये को दर्शाती है। अब देखने वाली बात होगी कि पूछताछ में और कौन-कौन से बड़े नाम इस गोरखधंधे से जुड़े सामने आते हैं और पुलिस आगे इस पर क्या कदम उठाती है।