Wed, 20 Aug 2025 18:37:00 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA
वाराणसी: चौबेपुर क्षेत्र के रामपुर चंद्रावती गांव में बुधवार को उस समय अफरा-तफरी मच गई जब एक मासूम बच्ची पर अचानक आवारा कुत्ते ने हमला कर दिया। यह घटना न केवल बच्ची और उसके परिवार के लिए बल्कि पूरे गांव के लिए भय और चिंता का विषय बन गई है।
गांव निवासी सुभाष कनौजिया की पुत्री सोनम घर के बाहर खेल रही थी। तभी अचानक एक आवारा कुत्ता उस पर टूट पड़ा। कुत्ते ने बच्ची के गले को दबोच लिया और उसे जमीन पर घसीटता रहा। मासूम की दर्दनाक चीख सुनकर उसका भाई दौड़ता हुआ आया और शोर मचाया। शोर सुनकर आसपास के लोग भी मौके पर पहुंच गए। ग्रामीणों ने साहस दिखाते हुए कुत्ते को मारकर किसी तरह सोनम को उसके चंगुल से छुड़ाया।
हमले में गंभीर रूप से घायल हुई सोनम को तुरंत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नरपतपुर ले जाया गया। वहां प्राथमिक उपचार के बाद डॉक्टरों ने स्थिति गंभीर देखते हुए शिव प्रसाद गुप्त मंडलीय अस्पताल रेफर कर दिया। डॉक्टरों ने बताया कि बच्ची के शरीर पर गहरे घाव हैं और उसे 18 टांके लगाने पड़े। इसके साथ ही रेबीज के खतरे को देखते हुए 15 दिन तक लगातार इंजेक्शन लगाने की सलाह दी गई है। वर्तमान में सोनम का इलाज चिकित्सकों की निगरानी में चल रहा है।
सोनम के पिता सुभाष कनौजिया का कहना है कि उनकी बेटी अकेली पीड़िता नहीं है। गांव में अब तक करीब 14 लोग आवारा कुत्तों के हमले का शिकार हो चुके हैं। इनमें गांव का दूध सप्लाई करने वाला युवक भी शामिल है। लगातार हो रही इन घटनाओं से ग्रामीणों में गहरी दहशत फैल गई है।
ग्रामीणों का कहना है कि अगर आवारा कुत्तों पर शीघ्र नियंत्रण नहीं किया गया तो किसी दिन कोई बड़ी अनहोनी हो सकती है। उन्होंने प्रशासन से तत्काल ठोस कदम उठाने और आवारा कुत्तों के आतंक से राहत दिलाने की मांग की है। गांव के लोग अब अपने बच्चों को घर से बाहर खेलने तक नहीं भेज रहे हैं।
इस घटना ने एक बार फिर नगर और ग्रामीण क्षेत्रों में आवारा पशुओं की समस्या को उजागर कर दिया है। लोग सवाल उठा रहे हैं कि आखिर कब तक मासूम और बेगुनाह लोग इस खतरे का शिकार बनते रहेंगे। ग्रामीणों की यही मांग है कि प्रशासन तत्काल कार्रवाई कर उन्हें भयमुक्त वातावरण उपलब्ध कराए।