Wed, 26 Nov 2025 14:07:16 - By : Palak Yadav
वाराणसी की छात्रा अधिश्री वशिष्ठ ने राष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा का परचम लहराते हुए संगीत जगत में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। कक्षा सात में अध्ययनरत अधिश्री का चयन राष्ट्रीय गायन प्रतियोगिता के ऑल इंडिया फिनाले में हुआ है जिसे लेकर उनके विद्यालय से लेकर परिवार और शहर भर में खुशी का माहौल है। बुधवार को हरहुआ स्थित सेठ आनंदराम जयपुरिया स्कूल तरना शिवपुर में आयोजित कार्यक्रम में विद्यालय प्रशासन ने अधिश्री को सम्मानित किया। इस अवसर पर विद्यालय के प्रधानाचार्य धर्मेंद्र मैनन और कोऑर्डिनेटर नंदकिशोर सिंह ने उन्हें प्रशस्ति पत्र और मोमेंटो भेंट कर उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। अधिश्री ने संगम कला ग्रुप दिल्ली द्वारा आयोजित 41वीं राष्ट्रीय गायन संगीत प्रतियोगिता सुरतरंग में भाग लिया था और अपनी मधुर आवाज और सधे हुए सुरों से निर्णायकों को प्रभावित किया था।
वाराणसी से इस प्रतियोगिता में कुल 57 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया था जिनमें से 27 प्रतिभागी क्षेत्रीय फाइनल ऑडिशन के लिए चुने गए। पांच नवंबर को लखनऊ स्थित अंतरराष्ट्रीय बौद्ध शोध संस्थान सभागार में क्षेत्रीय फाइनल का पहला चरण आयोजित हुआ जिसमें 24 प्रतिभागियों को अगले दौर के लिए चुना गया। इसके बाद हुई चयन प्रक्रिया में 24 में से 13 प्रतिभागियों ने ऑल इंडिया फिनाले के लिए अपनी जगह सुनिश्चित की। इन प्रतिभागियों में अधिश्री भी शामिल हैं और अब वह 21 से 23 फरवरी 2026 को दिल्ली में होने वाले इस भव्य कार्यक्रम में अपनी गायकी का प्रदर्शन करेंगी। इस मंच पर पूरे देश से युवा कलाकार शामिल होंगे और अधिश्री का चयन वाराणसी के लिए गर्व की बात माना जा रहा है। प्रतियोगिता में इस बार प्रदेश के विभिन्न जिलों से सैकड़ों प्रतिभाओं ने भाग लिया था और चयन प्रक्रिया काफी प्रतिस्पर्धात्मक रही।
अधिश्री वशिष्ठ वाराणसी के पांडेयपुर स्थित अशोक विहार कॉलोनी फेस वन की निवासी हैं और बचपन से ही संगीत में रुचि रखती हैं। वह कई वर्षों से शहर के विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों में अपनी प्रस्तुतियां देती आ रही हैं। हाल ही में वाराणसी कमिश्नरेट द्वारा कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर पुलिस लाइन में आयोजित भजन संध्या में अधिश्री ने अपनी प्रस्तुति देकर लोगों का मन मोह लिया था और सम्मान प्राप्त किया था। इससे पूर्व भी वह काशी गंगा महोत्सव और काशी गंगा दशहरा जैसे आयोजनों में अपनी आवाज का जादू बिखेर चुकी हैं। अधिश्री ने अपनी इस उपलब्धि का श्रेय अपने संगीत गुरु निश्चल उपाध्याय को दिया है जिन्होंने उन्हें निरंतर मार्गदर्शन दिया है। उन्होंने अपनी मां रंजीता, पिता सुनील चौबे, बड़ी मां सरिता तिवारी और बड़ी बहन सोनल का भी विशेष आभार व्यक्त किया है जिन्होंने हर कदम पर उनके उत्साह को बढ़ाया और सीखने का अवसर दिया।
विद्यालय प्रशासन का कहना है कि अधिश्री की यह उपलब्धि न केवल स्कूल बल्कि पूरे शहर के लिए गौरव का अवसर है। संस्था को उम्मीद है कि आने वाले समय में अधिश्री राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भी अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर वाराणसी का नाम रोशन करेंगी। संगीत की दुनिया में उनकी आगे की यात्रा के लिए विद्यालय ने शुभकामनाएं दी हैं और उन्हें हर तरह का सहयोग देने का आश्वासन भी दिया है।