Tue, 16 Sep 2025 13:37:22 - By : Shriti Chatterjee
वाराणसी में मंगलवार को आयोजित पर्यावरण साक्षरता मुहिम के दौरान विद्यालय परिसर गूंज उठा जब सैकड़ों विद्यार्थियों ने प्रकृति संरक्षण का संकल्प लिया। नमामि गंगे और 39 गंगा टास्क फोर्स द्वारा चलाए जा रहे इस अभियान में प्रतिदिन हजारों छात्र शामिल हो रहे हैं। इसका उद्देश्य नई पीढ़ी को स्वच्छ वायु, शुद्ध पेयजल और निर्मल गंगा के महत्व से जोड़ना और उन्हें पर्यावरण संतुलन बनाए रखने के लिए प्रेरित करना है।
डुमरी स्थित बाल विद्यालय माध्यमिक स्कूल में आयोजित प्रार्थना सत्र के दौरान जिला संयोजक शिवम अग्रहरि ने विद्यार्थियों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि विद्यार्थी जीवन केवल पढ़ाई तक सीमित नहीं होना चाहिए, बल्कि प्रकृति के प्रति संवेदनशील होना भी उतना ही जरूरी है। उन्होंने स्पष्ट किया कि यदि हवा प्रदूषित हो, पानी अस्वच्छ हो और गंगा निर्मल न हो तो जीवन असुरक्षित हो जाएगा। इसलिए विद्यार्थियों को चाहिए कि वे शिक्षा के साथ पर्यावरण संरक्षण में भी सक्रिय भूमिका निभाएं।
अभियान के दौरान 39 गंगा टास्क फोर्स के सूबेदार देवेंद्र बसनेट ने औषधीय पौधों का वितरण किया और पौधरोपण के महत्व पर प्रकाश डाला। इसके बाद विद्यालय परिसर में सेना के जवानों और विद्यार्थियों ने मिलकर पौधरोपण किया। इस पहल ने बच्चों में उत्साह और जागरूकता दोनों को और मजबूत किया।
विद्यालय की प्राचार्या नीता त्रिपाठी ने नमामि गंगे टीम और सेना का अभिनंदन करते हुए कहा कि विद्यालय प्रबंधन शिक्षा के साथ-साथ सामाजिक और पर्यावरणीय जिम्मेदारी की भावना को भी विद्यार्थियों में विकसित करने का निरंतर प्रयास करता है। उन्होंने विश्वास जताया कि ऐसे अभियान बच्चों को प्रकृति के महत्व को समझने और उसे बचाने के लिए प्रेरित करेंगे।
कार्यक्रम में जिला परियोजना अधिकारी दर्शन निषाद, मोहन लाल यादव, पियूष दुबे, जय विश्वकर्मा, शिवांगी पांडेय, सोनिया, रितु, राजू, शबाना, चारुसिला सिन्हा, श्वेता और कमलेश सहित 600 से अधिक विद्यार्थी और शिक्षक मौजूद रहे। बच्चों ने सामूहिक रूप से शपथ ली कि वे पर्यावरण संरक्षण को जीवन का हिस्सा बनाएंगे और प्रकृति के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाएंगे।