Thu, 18 Sep 2025 11:53:15 - By : Garima Mishra
वाराणसी जिले के मिर्जामुराद क्षेत्र के गौर गांव निवासी 22 वर्षीय रहमान शाह ने सऊदी अरब में फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। बुधवार सुबह इस घटना की खबर परिजनों तक पहुंची तो पूरे परिवार में कोहराम मच गया। रहमान की मौत ने गांव को गहरे शोक में डाल दिया है और स्वजन अब उसके पार्थिव शरीर को भारत वापस लाने की मांग कर रहे हैं।
परिवारजन इस मामले को लेकर सेवापुरी विधायक डॉ. नीलरतन पटेल के आवास पहुंचे। वहां उन्होंने विधायक की प्रतिनिधि अदिति पटेल से मुलाकात कर पूरी घटना की जानकारी दी और शव को स्वदेश वापस लाने की गुहार लगाई। अदिति पटेल ने उनकी बातें सुनीं और तत्काल जिलाधिकारी को पत्र लिखकर परिजनों को उनके आवास भेजा। रात करीब आठ बजे परिजन जिलाधिकारी आवास पहुंचे और विधायक के लेटर हेड पर लिखा पत्र उनके मातहत अधिकारियों को सौंपा।
रहमान शाह अपने पिता सचाऊ शाह के तीन बेटों में सबसे छोटे थे। वह अविवाहित थे और परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक न होने के कारण ही विदेश में काम करने का फैसला किया था। 12 सितंबर को वे इस्तराहा वीजा पर सऊदी अरब गए थे। बुधवार की सुबह लगभग दस बजे दुबई से सूचना आई कि रहमान ने वहां फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। यह खबर सुनकर घर में मातम छा गया।
मृत्यु से पहले रहमान ने एक वीडियो भी बनाया था। वीडियो में वह हाथ में सऊदी अरब की मुद्रा लिए हुए दिखाई दे रहे हैं। पृष्ठभूमि में फिल्म नाम का मशहूर गीत चल रहा है, जिसमें गायक पंकज उदास ने परदेस में रह रहे लोगों की पीड़ा को स्वर दिया था। इस वीडियो को रहमान ने अपने कुछ दोस्तों को भेजा था। परिजनों का कहना है कि यह वीडियो उसके मन में चल रहे गहरे तनाव और निराशा की झलक देता है।
रहमान के पिता रिक्शा चलाते हैं और मां का निधन पहले ही हो चुका है। बड़ा भाई मोबिन शाह पुणे में काम करता है, जबकि दूसरा भाई अलताब शाह घर पर रहकर ऑटो चलाता है। रहमान की दो बहनें शादीशुदा हैं। इस घटना ने पूरे परिवार को झकझोर दिया है और अब सभी की चिंता यही है कि विदेश से रहमान का शव किस तरह भारत लाया जाएगा।