Fri, 31 Oct 2025 13:24:11 - By : Palak Yadav
वाराणसी के हरहुआ क्षेत्र में शुक्रवार सुबह प्रशासनिक तैयारियों के बीच उस समय अफरा-तफरी मच गई जब उपराष्ट्रपति के आगमन से पहले बाबतपुर-वाराणसी राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच-31) पर लंबा जाम लग गया। सुरक्षा कारणों से राजमार्ग के सभी कटों को स्टील बैरिकेडिंग लगाकर बंद कर दिया गया था, जिससे स्थानीय लोगों और स्कूली बच्चों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
सुबह करीब 8 बजे व्यासबाग हनुमान मंदिर के पास स्थित कट बंद होने के कारण यातायात ठप हो गया। इसी मार्ग से संत अतुलानंद कॉन्वेंट स्कूल और जयपुरिया इंग्लिश स्कूल की बसें गुजरती हैं। अचानक कट बंद होने से बस चालकों को वाहनों को मोड़ने में काफी परेशानी हुई। कुछ ही मिनटों में वाहनों की लंबी कतारें लग गईं और जाम कई सौ मीटर तक फैल गया।
इस दौरान स्कूली बच्चों को बसों में बैठकर लंबे समय तक इंतजार करना पड़ा। अभिभावकों को भी चिंता सताने लगी कि बच्चे समय पर स्कूल नहीं पहुंच पाएंगे। कई बसें अपने गंतव्य तक निर्धारित समय से काफी देर से पहुंचीं। स्थिति इतनी बिगड़ गई कि जाम में फंसे कई यात्री, जो एयरपोर्ट की ओर जा रहे थे, अपनी उड़ानें छूटने की आशंका से परेशान नजर आए।
स्थानीय लोगों ने बताया कि जाम के दौरान मौके पर कोई ट्रैफिक पुलिसकर्मी या प्रशासनिक अधिकारी मौजूद नहीं था। सुबह के व्यस्त समय में इस तरह का प्रशासनिक खालीपन लोगों के लिए भारी परेशानी का कारण बना। लगभग एक घंटे तक वाहनों की आवाजाही पूरी तरह रुकी रही। आखिरकार कुछ स्थानीय ग्रामीणों ने खुद आगे बढ़कर यातायात नियंत्रित करने की पहल की, जिसके बाद धीरे-धीरे जाम खुलना शुरू हुआ।
ग्रामीणों ने बताया कि प्रशासन को पहले से वैकल्पिक मार्गों की व्यवस्था करनी चाहिए थी। सुरक्षा कारणों से कट बंद करना जरूरी था, लेकिन आम नागरिकों और स्कूली वाहनों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए कुछ रास्ते खुले रहने चाहिए थे। उनका कहना था कि यदि पुलिसकर्मी मौके पर मौजूद रहते तो स्थिति इतनी नहीं बिगड़ती।
उधर, प्रशासनिक सूत्रों का कहना है कि उपराष्ट्रपति के दौरे को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था को प्राथमिकता दी गई थी। सभी कटों को बंद करने का उद्देश्य वीवीआईपी मूवमेंट के दौरान किसी भी अप्रिय स्थिति से बचाव करना था। हालांकि, जाम की जानकारी मिलने के बाद यातायात पुलिस को तुरंत निर्देशित किया गया और स्थिति सामान्य कराई गई।
स्थानीय निवासियों ने जिला प्रशासन से अनुरोध किया है कि भविष्य में ऐसी व्यवस्थाओं के दौरान नागरिकों की सुविधा के लिए वैकल्पिक रूट तय किए जाएं, ताकि स्कूली बच्चों और यात्रियों को दिक्कत न हो। उनका कहना है कि हर वीवीआईपी कार्यक्रम के दौरान आम जनता को परेशान होना पड़ता है, जिसे रोकने के लिए प्रशासन को ठोस कदम उठाने होंगे।