Wed, 17 Sep 2025 10:52:12 - By : Shriti Chatterjee
वाराणसी: भगवान विश्वकर्मा जयंती के अवसर पर आज पूरे देश में पूजन और धार्मिक आयोजन संपन्न हुए। काशी स्थित डीजल लोकोमोटिव वर्क्स यानी डीएलडब्ल्यू रेलवे परिसर में भी विशेष पूजा का आयोजन किया गया, जहां अधिकारियों, कर्मचारियों और उनके परिवारजनों ने परंपरागत विधि से भाग लेकर कार्यस्थल और मशीनों की आराधना की।
सुबह से ही डीएलडब्ल्यू के विशाल वर्कशॉप को सजाने का कार्य शुरू हो गया था। लोकोमोटिव इंजनों को फूलमालाओं से अलंकृत किया गया और कार्यशाला को साफ सुथरा कर पूजा स्थल को आकर्षक रूप से सजाया गया। पूजा स्थल पर भगवान विश्वकर्मा की प्रतिमा स्थापित कर भक्ति भाव से विधिवत पूजा अर्चना की गई। कर्मचारियों और अधिकारियों ने दीप प्रज्वलित कर औजारों, मशीनों और उपकरणों की पूजा की और कार्य में सफलता तथा सुरक्षा की कामना की।
डीएलडब्ल्यू रेलवे देश का प्रमुख केंद्र है जहां लोकोमोटिव इंजन बनाए जाते हैं। यहां पर विश्वकर्मा पूजा का आयोजन इसलिए और भी महत्वपूर्ण माना जाता है क्योंकि इसे श्रम, तकनीकी कौशल और औद्योगिक प्रगति का प्रतीक समझा जाता है। इस अवसर पर विभिन्न विभागों के कर्मचारियों ने अपने अपने कार्यस्थल पर विशेष श्रद्धा से पूजा की और एक दूसरे को शुभकामनाएं दीं।
पूजा में न सिर्फ अधिकारी और कर्मचारी बल्कि उनके परिजन और बच्चे भी शामिल हुए। छोटे बच्चे जहां रंग बिरंगी सजावट और पूजा पंडाल को देखकर उत्साहित नजर आए वहीं बड़ों ने सामूहिक आराधना में हिस्सा लेकर कार्यस्थल पर सामूहिकता और सकारात्मक माहौल का अनुभव किया।
पूरे परिसर में भक्ति और उत्साह का वातावरण बना रहा। विशाल वर्कशॉप में लोकोमोटिव इंजनों की कतार और मशीनों की गूंज के बीच मंत्रोच्चार और आरती की ध्वनि ने पूरे माहौल को पवित्र बना दिया। आयोजन में परंपरा और आधुनिकता का अद्भुत संगम देखने को मिला जिसमें तकनीकी विकास और आस्था दोनों को बराबर सम्मान दिया गया।